मुंबई. ग्लोबल मार्केट से मिले कमजोर संकेतों का असर भारतीय बाजार पर भी देखने को मिला. हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को सेंसेक्स 954 अंकों की गिरावट के साथ 57,145 पर बंद हुआ. निफ्टी 17,100 के नीचे फिसल गया. ये 297.90 या 1.72 प्र िकी गिरावट के साथ 17,029 पर बंद हुआ.
रियल्टी, ऑटो, मेटल, पीएसयू बैंक के स्टॉक सबसे ज्यादा टूटे. बाकी सभी सेक्टर्स में भी बिकवाली से बाजार पर दबाव में रहा. मिडकैप और स्मॉलकैप में करीब 3 प्रतिशत की कमजोरी दिखी. बीते 4 कारोबारी सत्रों में निवेशकों को 13 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ.
4 दिन में 13 लाख करोड़ रुपए घटी वेल्थ
निवेशकों की वेल्थ केवल चार कारोबारी सत्रों में 13 लाख करोड़ रुपए कम हो गई. शेयर बाजार में जारी बिकवाली के बीच, बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपेटलाइजेशन 270 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया, जो 20 सितंबर को 283 लाख करोड़ रुपए था.
हर्षा इंजीनियर्स 47 फीसदी बढ़कर बंद
गिरते बाजार के बीच हर्षा इंजीनियर्स इंटरनेशनल लिमिटेड के शेयरों ने जोरदार शुरुआत की. बीएसई पर हर्षा इंजीनियर्स के शेयर 444 रुपए प्रति शेयर पर खुले. यह 330 रुपए के इश्यू प्राइस के मुकाबले 34.55 प्रतिशत या 114 रुपए का प्रीमियम है. यह 155.90 या 47.24 प्रतिशत बढ़कर 485.90 पर बंद हुआ
एक्सपर्ट की स्थिरता आने तक इंतजार की सलाह
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, सेंट्रल बैंकों की एग्रेसिव मॉनेटरी पॉलिसी से ग्लोबल ग्रोथ इंजन मंदी की स्थिति में हैं. हालांकि, भारत वर्तमान में क्रेडिट ग्रोथ और टैक्स कलेक्शन में तेजी के साथ बेहतर स्थिति में है. निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे थोड़ी स्थिरता आने तक इंतजार करें.