शिमला. विजयादशमी के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर एम्स का उद्घाटन किया और कई परियोजनाओं की आधारशील रखी. इस अवसर पर पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज दशहरा के मौके पर माता नैना देवी के दर्शन का मुझे सौभाग्य मिला. उन्होंने कहा कि एम्स और हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में आज बिलासपुर को स्वास्थ्य और शिक्षा का डबल गिफ्ट मिला है. हिमाचल प्रदेश में जो भी विकास हो रहा है, वह आपने किया है, मैंने नहीं.
पीएम मोदी ने कहा कि अगर आप दिल्ली में केवल मोदी जी को आशीर्वाद देते और हिमाचल में मोदी जी के साथियों का साथ नहीं देते तो यहां अड़ंगा लगा देते और इतनी तेज गति से काम नहीं होता. दिल्ली की योजना को यहां आने से रोक देते. अगर यह एम्स बना है तो आपकी एक वोट की ताकत है. अगर टनल बना है तो आपकी एक वोट की ताकत है. मेडिकल डिवाइस पार्क बना है तो यह भी आपके वोट की ताकत है. यही वजह है कि मैं विकास का काम कर रहा हूं.
उन्होंने आगे कहा कि देश पुरानी सोच छोड़कर अब आधुनिक सोच के साथ आगे बढ़ रहा है. आज हिमाचल प्रदेश में सेंट्रल यूनिवर्सिटी भी, आईआईटी भी, आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित संस्थान है और अब एम्स भी है. यह हिमाचल और बिलासपुर की जनता की शान बढ़ा रहा है. बिलासपुर एम्स एक और बदलाव का प्रतीक है. यह एक ग्रीन एम्स के नाम से जाना जाएगा. पहले सरकारें शिलान्यास का पत्थर लगाती थी और चुनाव के बाद भूल जाती थीं.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार जिस प्रोजेक्ट का शिलान्यास करती है, उसका लोकार्पण भी करती है. लटकना, फटकना और अटकना, वह जमाना चला गया. राष्ट्र रक्षा में हमेशा से हिमाचल का बहुत बड़ा योगदान रहा है. जो हिमाचल पूरे देश में राष्ट्र रक्षा के वीरों के लिए जाना जाता है, वह हिमाचल इस एम्स के बाद जीवन रक्षा के लिए भी अहम भूमिका निभाने वाला है. साल 2014 तक हिमाचल में तीन मेडिकल कॉलेज थे, मगर पिछले आठ साल में पांच नए सरकारी मेडिकल कॉलेज बने हैं.
हिमाचल में एम्स के उद्घाटन के अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि बल्क ड्रग्क पाक्र्स के लिए देश के जिन तीन राज्यों का चयन हुआ है, उनमें से एक हिमाचल है. मेडिकल डिवाइस पाकज़् के लिए जिन राज्यों को चुना गया है, उनमें भी एक हिमाचल है. नालागढ़ में मेडिकल डिवाइस पार्क का शिलान्यास इसी का हिस्सा है.
उन्होंने कहा कि हिमाचल का एक पक्ष और है, जिसमें यहां विकास की अनंत संभावनाएं छिपी हुई हैं. यह पक्ष है मेडिकल टूरिज्म का. यहां की आबो-हवा, यहां का वातावरण, यहां की जड़ी-बूटियां, अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयुक्त हैं. यहां देश-विदेश से लोग आएंगे तो उन्हें स्वास्थ्य लाभ तो मिलेगा, मगर इससे हिमाचल को टूरिज्म का लाभ भी मिलेगा. हिमाचल के तो दोनों हाथ में लड्डू है.