दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में अपने-अपने पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए कांग्रेस पदाधिकारियों से मिल रहे अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे दोनों उम्मीदवार एक ओर तो चुनाव को निष्पक्ष बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने कहा कि कुछ नेताओं पर इस बात का दबाव है कि वे इस चुनाव में मल्लिकार्जुन खडग़े का समर्थन करें. ये सब बातें मुझे यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि क्या वास्तव में अध्यक्ष पद का चुनाव निष्पक्ष रूप से हो रहा है.
हालांकि शशि थरूर ने गांधी परिवार पर खासतौर से राहुल और सोनिया गांधी पर इन बातों के लिए आरोप लगाने से साफ इनकार किया है. उन्होंने कहा कि गांधी परिवार ने इस चुनाव को लेकर अपना रुख पहले ही साफ कर दिया है कि वे अपनी ओर से किसी को भी पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए आधिकारिक रूप से उम्मीदवार नहीं घोषित कर रहे हैं और पूरी तरह से निष्पक्ष हैं.
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात के बाद थरूर ने मीडिया से कहा कि गांधी परिवार चुनाव में उनका और दूसरे उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खडग़े का समर्थन कर रहा है. वो दोनों में से किसी के भी प्रति पक्षपातपूर्ण रवैया नहीं अपना रहा है. उन्होंने कहा कि गांधी परिवार मुझे और खडग़े दोनों को अपना आशीर्वाद दे रहा है. क्योंकि हम कांग्रेस को मजबूत करने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य 2024 के चुनाव से पहले कांग्रेस को मजबूत बनाना है. थरूर ने उन अटकलों को खारिज कर दिया कि खडग़े और उनके बीच चुनावी मुकाबला एक आधिकारिक उम्मीदवार और एक अनाधिकारिक उम्मीदवार के बीच है, जैसा कि कुछ नेता दावा कर रहे हैं.
थरूर ने कहा कि गांधी परिवार के साथ बातचीत के बाद मैं आश्वस्त हुआ कि उनकी तरफ से मेरे या खडग़े के प्रति कोई पक्षपातपूर्ण रवैया नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को विपक्ष का हिस्सा बनने की तैयारी शुरू कर देनी, चाहिए क्योंकि 2024 के चुनाव के बाद उन्हें वहीं बैठना होगा. थरूर ने कहा कि हमारी पार्टी को बदलाव की जरूरत है और मेरा मानना है कि मैं वह व्यक्ति हूं जो बदलाव का उत्प्रेरक बनूंगा.
वहीं कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए दूसरे दावेदार मल्लिकार्जुन खडग़े ने रविवार को कहा कि पार्टी अध्यक्ष पद के लिए शशि थरूर के साथ उनके मुकाबले का उद्देश्य देश और पार्टी की बेहतरी के लिए अपने विचार रखना है. खडग़े ने कहा कि यह आंतरिक चुनाव है. यह एक घर में ऐसे दो भाइयों की तरह है, जो लड़ नहीं रहे हैं, बल्कि अपनी बात रख रहे हैं और एक-दूसरे को समझाने का प्रयास कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार का मकसद ये नहीं है कि कोई खास उम्मीदवार पार्टी का अध्यक्ष बनने पर क्या करेगा, बल्कि यह है कि वे साथ मिलकर क्या कर सकते हैं. खडग़े ने जम्मू कश्मीर में कांग्रेस कार्यालय में पार्टी प्रतिनिधियों के साथ बातचीत के दौरान ये बातें कहीं.