लखनऊ/अयोध्या, । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अयोध्या के प्रति प्रतिबद्धता ने एक बार फिर इस प्राचीन नगरी को वैश्विक रिकॉर्ड सूची में दर्ज कराया है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश सरकार के इस ‘भव्य दीपोत्सव’ को देखा-परखा और अंततः एक साथ एक स्थान पर इतनी बड़ी संख्या में दीप प्रज्ज्वलन को नवीन विश्व कीर्तिमान का दर्जा दिया। कीर्तिमान रचने में अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या के शिक्षकों व छात्रों की बड़ी भूमिका रही। दीप प्रज्ज्वलन का नियत समय शुरू होते ही ‘श्री राम जय राम जय जय राम’ के जाप के साथ एक-एक कर 15.76 लाख दीप जलाए गए। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधियों द्वारा कीर्तिमान रचने की घोषणा के साथ ही पूरी अयोध्या ‘जय श्री राम’ के उद्घोष से गुंजायमान हो उठी। मंच संचालक ने जैसे ही यह जानकारी दी, समूची अयोध्या एक बार फिर ‘जय सिया राम’ का गगनभेदी नारों से गूंज उठी। इससे पहले विगत वर्ष भी इसी स्थान पर दीप प्रज्ज्वजन का कीर्तिमान रचा गया था।
मुख्यमंत्री ने लिया प्रमाण पत्र, प्रधानमंत्री ने दी शुभकामनाएं
अयोध्या में राम की पैड़ी पर 15.76 लाख दीप जलाए गए। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड की ओर से इसका प्रमाण पत्र सौंपा गया। मुख्यमंत्री ने इस सर्टिफिकेट को मंच पर अपने हाथों से उठाकर समूची अयोध्या का अभिवादन किया। दूसरे कार्यकाल के पहले दीपोत्सव में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसके साक्षी बने। उन्होंने इस अविस्मरणीय, अद्भुत उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हृदय से शुभकामनाएं दीं।
हर दिल में फिर उतरे योगी
2017 में दीपोत्सव के सृजनकर्ता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस आयोजन के बाद समूचे देश के दिल में उतर गए। अयोध्या से अपनी गोरक्षपीठ के प्रगाढ़ रिश्तों को मूर्त रूप देते हुए मुख्यमंत्री ने इसे अनवरत जारी रखा। पहले कार्यकाल के बाद दूसरे कार्यकाल के पहले दीपोत्सव में भी जब यह आयोजन समृद्धतम रहा तो दीपों से दिव्य और भावनाओं से भव्य अयोध्या ने अपने योगी को फिर दिल में बैठा लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने भी उनकी लोकप्रियता की बात कही।
2017 में जले थे 1.71 लाख दीप, हर वर्ष बढ़ती गई समृद्धि
2017 में अयोध्या में 1.71 लाख, 2018 में 3.01 लाख, 2019 में 4.04 लाख, 2020 में 6.06 लाख व 2021 में 9.41 लाख दीप प्रज्ज्वलित किये गए थे। इस बार (2022) 15.76 लाख दीपों का रिकॉर्ड बना। योगी सरकार में हर वर्ष बढ़ते दीपों के साथ प्रदेश व देश की समृद्धि बढ़ती गई।