लखनऊ। उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की दस सीटों के लिये कल होने वाले चुनाव में जेल में बंद विधायक मुख्तार अंसारी को वोट देने में आयी अदालती बाधा और नितिन अग्रवाल के पाला बदलने से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की धड़कनें बढ़ गयी हैं।
उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की दस सीटों के लिए कल सुबह नौ बजे से विधानभवन के तिलक हाल में मतदान शुरु होगा। निगाहें दसवीं सीट पर है क्योंकि इसपर बसपा उम्मीदवार भीमराव अम्बेडकर और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अनिल अग्रवाल में से किसी एक पर ही जीत का सेहरा बंधेगा। एक-एक वोट की जोड़तोड़ चल रही है। इस चुनाव में विधानसभा सदस्य ही मतदाता होता है।
जीत के लिए 37 मतदाताओं का समर्थन चाहिए। बसपा को सपा और कांग्रेस ने समर्थन दे रखा है। सपा उम्मीदवार जया बच्चन को वोट देने के बाद सपा के पास दस मतदाता ही बचते हैं लेकिन इसमें से एक नितिन अग्रवाल राज्यसभा के पूर्व सदस्य नरेश अग्रवाल के पुत्र हैं। नितिन ने कल ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है। इसलिए कयास लगाये जा रहे हैं कि नितिन का वोट भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में जायेगा।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अंसारी के वोट डालने पर रोक लगा देने की वजह से बसपा को एक वोट का और नुकसान हो सकता है। उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति राजुल भार्गव ने राज्य सरकार की याचिका पर निचली अदालत से मिली अनुमति पर रोक लगा दी। न्यायालय ने मुख्तार अंसारी को नोटिस जारी कर याचिका पर जवाब भी मांगा है। याचिका पर अपर शासकीय अधिवक्ता ए.के.सण्ड एवं विकास सहाय ने बहस की।