इंदौर! मध्य प्रदेश सरकार को राम बहादुर शर्मा नामक एक व्यक्ति ने इंदौर उच्च न्यायालय में 5 धार्मिक नेताओं को मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा दिए गए राज्य मंत्री के दर्जे के खिलाफ एक याचिका दाखिल की है. इस याचिका में याचिकाकर्ता के द्वारा न्ययालय से निवेदन किया गया है कि पांचो धार्मिक नेताओं को दिए गए राज्य मंत्री का दर्जा अविलम्ब वापस लिया जाए. गौरतलब है की मध्य प्रदेश सरकार ने 5 विशिष्ट संतों को राज्य मंत्री का दर्जा दे दिया है. जब से इसकी घोषणा की गयी है तभी से यह मामला विवादों में फंसा हुआ है. इस मामले पर विपक्षी, कांग्रेस ने सरकार को आरे हाथों लेते हुए इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया है.
उल्लेखनीय है कि इन पांचों धार्मिक नेताओं में नर्मदानंद महाराज, हरिहरनंद महाराज, कंप्यूटर बाबा, भय्यू जी महाराज और पंडित योगेंद्र महंत शामिल हैं. इस मामले में जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सवाल पूछा गया तो वह कुछ भी कहने से बचते दिखे. उन्होंने मीडिया के इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया. अब यह मामला कोर्ट में भी पहुंच गया है.
हालांकि इस मामले में कांग्रेस ज्यादा आक्रामक नहीं दिख रही है क्योंकि राज्य मंत्री प्राप्त कुछ बाबा से उनके भी अच्छे तालुकात बताए जा रहे हैं. इधर जानकारों का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बेहद सधी चाल चली है. यदि प्रतिपक्षी पार्टी इस मामले का विरोध करती है तो मुद्दे विहीन शिवराज को प्रचार करने के लिए चुनाव में एक मुद्दा जरूर मिल जाएगा.