गोल्ड कोस्ट! ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स का उद्घाटन समारोह शुरू हो गया है. भारत की तरफ से कुल 218 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. खेलों के शुभारंभ समारोह में भारतीय दल की अगुवाई बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु कर रही हैं.
मूसलाधार बारिश के बीच इस गेम्स का रंगारंग आगाज हो रहा है. पूरा स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा है. उद्घाटन समारोह में ऑस्ट्रेलियाई संस्कृति की झलक साफ दिख रही है. उद्घाटन समारोह का थीम ‘हैलो अर्थ’ रखा गया है और इसी के साथ नीले रंग के फायरवर्क्स के अधिकारिक रूप से समारोह का उद्घाटन हुआ.ऑस्ट्रेलियन डिफेंस फोर्स के सदस्यों द्वारा ऑस्ट्रेलिया, टोरेस स्ट्रेट आइलन्डर का ध्वज फहराया गया.
मंच पर ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स और ऑस्ट्रेलिया के पीएम टर्नबुल भी मौजदू हैं. इस बीच कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा ले रहे सभी देशों की परेड शुरू हो गई है और सबसे पहले स्कॉटलैंड आई, जो 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ की मेजबान थी. समारोह का भव्य आगाज हुआ और स्थानीय कलाकारों की बेहतरीन प्रस्तुति ने दुनिया भर के खेलप्रेमियों का दिल जीत लिया.
इन खेलों का आयोजन चार से 15 अप्रैल के बीच होना है. इसमें 53 देशों के एथलीट हिस्सा लेंगे. इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स में कुल 275 इवेंट्स होने हैं, जिसमें 6500 ऐथलीट्स हिस्सा लेंगे. भारत समेत कुल 71 देश कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भागीदारी कर रहे हैं. कुल 18 खेल होने हैं, जिसमें से भारत 14 में भाग ले रहा है.
खेलों के इस महोत्सव में इस बार निशानेबाजी, बॉक्सिंग, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, हॉकी और एथलेटिक्स में भारतीय दल को पदक का मजबूत दावेदार माना जा रहा है. पिछले तीन कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत 215 मेडल जीत चुका है. 2006 में 50, 2010 में 101 और 2014 में 64 मेडल भारत की झोली में आए थे.
भारत का दूसरा सबसे बड़ा दल-
218 खिलाड़ियों का ये दल भारत का अभी तक का कॉमनवेल्थ का दूसरा सबसे बड़ा दल है. इससे पहले भारत ने वर्ष 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी की थी. देश की राजधानी नई दिल्ली में खेल आयोजित हुए थे. भारत ने इन खेलों में 619 खिलाड़ियों का भारी भरकम दल उतारा था और भारतीय दल इन खेलों में 38 स्वर्ण सहित 101 पदक जीतने में कामयाब रहा था. इसके चार साल बाद यानी वर्ष 2014 में ग्लास्गो में आयोजित भारत के 215 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था जिन्होंने 15 स्वर्ण सहित 64 पदक हमारे खिलाड़ियों ने जीते थे.
कॉमनवेल्थं देशों में में वह सभी 53 देश शामिल हैं जो कभी ब्रिटिश औपनिवेशिक व्यवस्था का हिस्सा थे. पहला राष्ट्रमंडल खेल 1930 में कनाडा में खेला गया था और तब से ही इसका आयोजन हर 4 साल बाद होता रहा है. हालाकि 1942 और 1946 में द्वितीय विश्व युद्ध के कारण इन का आयोजन नहीं हो सका था.