लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने पलटवार करते हुए कहा है कि अमित शाह द्वारा विपक्षी पार्टियों को लेकर की गई टिप्पणी से पता चलता है कि गुरु और शिष्य के नेतृत्व में बीजेपी का स्तर किस हद तक नीचे गिर गया है।
साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों की तुलना सांप, बिल्ली, नेवले और कुत्ते से करने वाले अमित शाह ‘संघी’ भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। उपचुनाव के दौरान भी उन्होंने इसी भाषा का इस्तेमाल किया था। जिसके चलते जनता ने उन्हें हराकर कड़ा सबक सिखाया। उपचुनाव में हार मिलने के बावजूद बीजेपी के बड़े नेता अपनी आपराधिक मानसिकता और संघी चाल के आगे मजबूर नजर आ रहे हैं और बार बार बीजेपी सत्ता के अहंकार में जनता को मूर्खों की जमात समझने की भूल कर रही है।
बता दें कि शाह ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी का मुकाबला करने के लिए गठबंधन बनाने की कोशिश में जुटी विपक्षी पार्टियों की तुलना सांप, नेवला और कुत्ता-बिल्ली से की थी। मुंबई में रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा था कि मोदी सरकार ना तो आरक्षण की नीति को खत्म करेगी, ना किसी और को ऐसा करने देगी। 2019 चुनाव के लिए विपक्षी एकजुटता की कोशिश शुरू हो चुकी है। जब भारी बाढ़ आएगी सब कुछ बह जाएगा। केवल एक वटवृक्ष बचेगा और बढ़ते पानी से खुद को बचाने के लिए सांप, नेवला, कुत्ते और बिल्लियां और अन्य जानवर निकलेंगे।