देहरादून। उत्तराखण्ड में केन्द्र सरकार की नीतियों से त्रस्त एक व्यापारी प्रकाश पाण्डे द्वारा गत शनिवार को जनता दरबार में जहर खा लेने और बाद में उसकी मौत हो जान से समूचे उत्तराखण्ड में केन्द्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी रहा। गुस्साये लोगों ने आज राज्य और केन्द्र सरकार के पुतले फूंके हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के आह्वान पर हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज प्रदेश भर में केन्द्र एवं राज्य सरकार के विरोध में जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए दोनों सरकारों के पुतले फूंके। इसके अलावा समाजवादी पार्टी, उत्तराखण्ड क्रांति दल और कई व्यापारिक संगठनों ने भी प्रदर्शन कर पुतला दहन किया।
सिंह ने पार्टी मुख्यालय में एकत्र हुए कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केन्द्र एवं राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और त्रिवेन्द्र सरकार संवेदनहीन हो चुकी हैं। उन्होंने नोटबंदी एवं वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को प्रकाश पाण्डे की मौत का जिम्मेदार बताया।
उन्होंने कहा कि देश में लाखों लोग इस जबरन नोटबंदी एवं जीएसटी के कारण बर्बाद हो गये। उन्होंने कहा कि प्रकाश पाण्डेय तो जीएसटी एवं नोटबंदी के दुष्परिणामों से प्रभावित उन लाखों लोगों के प्रतीक मात्र हैं जिनका व्यापार उजड़ गया। उन्होंने कहा कि संवेदनहीनता की पराकाष्ठा तो यह है कि राज्य की भाजपा सरकार के मुखिया एवं नेता प्रकाश पाण्डे प्रकरण में कांग्रेस द्वारा आवाज उठाये जाने को राजनीति करार दे रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जनता के उत्पीड़न एवं शोषण के खिलाफ आवाज उठाने को अगर भाजपा और उसकी राज्य सरकार राजनीति करार दे रही है तो कांग्रेस इस प्रकार की राजनीति को बारबार करेगी। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से केन्द्र व राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों के विरुद्ध सड़कों पर उतर कर संघर्ष करेगी। उन्होंने कहा कि 11 जनवरी को सायं पांच बजे कांग्रेसजन कांग्रेस मुख्यालय से कैंडिल मार्च निकाल कर दिवंगत प्रकाश पाण्डे को श्रद्धांजलि अर्पित करेगी।