नई दिल्ली! देश में एक बार फिर नोटबंदी जैसा माहौल पैदा होने लगा है. एक बार फिर ATM और बैंकों में नकदी निकालने के लिए लाइन लगने लगी हैं. सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, गुजरात समेत कई राज्यों में बैंकों और ATM में कैश नहीं है. कुछ जगह ATM में कैश निकासी की सीमा तय कर दी गई है. इधर वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला का कहना है कि कैश की कोई किल्लत नही हैं, ये अलग बात है कि कहीं कम है तो कहीं ज़्यादा है. उन्होंने कहा कि 2-3 दिन में सब ठीक हो जाएगा.
सरकार ने ये भरोसा जताया कि जल्द ही 500 रुपये के नोटों की छपाई पांच गुना बढ़ जाएगी. सरकार की ये सफाई ऐसे समय में आयी है जब बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश समेत कुछ राज्यों में एटीएम खाली पड़े हैं और नोटबंदी के बाद जैसी स्थिति है जब ना तो एटीएम से और ना ही शाखाओं से जरुरत के मुताबिक नकदी मिल पाती है.
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने जानकारी दी कि इस समय व्यवस्था में 6.70 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा के दो हजार रुपये के नोट उपलब्ध हैं. ये जरुरत के मुताबिक काफी हैं, इसीलिए करीब दो महीने से इस कीमत की नोट की ताजा सप्लाई रोक दी गयी है. दूसरी ओर गर्ग ने इस संभावना से इनकार नहीं किया कि दो हजार रुपये के नोट की जमाखोरी हो रही है. वैसे उन्होंने ये भी कहा कि दो हजार रुपये ही नहीं, बाकी दूसरे नोट भी जितने बाजार में लाए गए, उससे कम ही वापस बैंकिंग व्यवस्था में आ रहे हैं.