- सूरत में बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या का था ब्लाइंड केस
- 16 दिन में प्रदेश के 400 पुलिस कर्मियों ने रात दिन एक कर
- 400 सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद आरोपियों तक पहुंची
- आरोपी ने 36 हजार रुपये में बच्ची और उसकी मां को खरीदा था
अहमदाबाद। ऐसे ही नही कहा जाता है कि पुलिस अगर अपने पर आ जाये तो मजाल है कि कोई केस न खुल पाये। जी ये ही हकीकत है इसकी बानगी सूरत में बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या के ब्लाइंड केस में बखूबी देखी जा सकती है। वहां के तमाम पुलिस अफसरान और सभी पुलिस कर्मियों को समूचे देश को सलाम करना चाहिए ताकि बाकी राज्यों में भी पुलिस ऐसा करने को प्रेरित हो सके। क्योंकि जिस तरह से उक्त केस में वहां की पुलिस ने मेहनत की उसके चलते ही केस का खुलासा हो सका। लेकिन इस केस में भी जो बातें सामने आई हैं वो बेहद ही संगीन और दिल को हिला देने वाली हैं।
गौरतलब है कि सूरत के पांडेसरा इलाके से छह अप्रैल को 11 वर्षीय मासूम बाच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। राजस्थान से गिरफ्तार आरोपियों को लेकर अहमदाबाद पहुंची पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी हर्ष गुर्जर ने 36 हजार रुपये में बच्ची और उसकी मां को खरीद कर लाया था और अपने साथ रखने जिद की तो पत्नी और उसके परिवारवालों के साथ झगड़ा भी हुआ।
इतना ही नही आरोपी हर्ष कई दिनों तक महिला के साथ दुष्कर्म करता रहा और बच्ची के सामने उसकी हत्या कर दी। इसके बाद वह बच्ची को भी अपनी हवस का शिकार बनाता रहा और बाद में उसकी भी हत्या कर दी। बच्ची की लाश मिलने के तीन दिन बाद यह महिला की भी लाश मिली थी। फिलहाल महिला और बच्ची के डीएनए रिपोर्ट आना बाकी है।
अहमदाबाद अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त दीपन भ्रदन ने बताया कि आरोपी हर्ष गुर्जर सूरत में टाइल्ट लगाने का कॉन्ट्रेक्ट लेता है। यहीं मां और बच्ची काम करती थी जिसे लेकर आरोपी का अपनी पत्नी से आए दिन झगड़ा होता था। उसने कबूल किया कि बच्ची के सामने उसकी मां की हत्या करने के बाद अपने भाई हरि गुर्जर और मित्र अमर गुर्जर के साथ मिलकर उसके शव को फेंक दिया।
साथ ही उसे डर था बच्ची कहीं उसका भांडा ना फोड़ दे, इसलिए उसने बच्ची की भी हत्या करने का प्लान बनाया था। उसने बच्ची की हत्या करने के पहले कई बार उससे दुष्कर्म किया। इसके बाद उसकी हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक महिला और बच्ची के शव को ठिकाने लगाने में हर्ष गुर्जर के भाई हरि गुर्जर और अमर गुर्जर भी शामिल था। तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ज्ञात हो कि अहमदाबाद अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त दीपन भ्रदन ने बताया कि 16 दिन में प्रदेश के 400 पुलिस कर्मियों ने रात दिन एक कर 400 सीसीटीवी फुटेज खंखाल ने के बाद आरोपियों तक पहुंची है। काले रंग की एक कार में संदिग्ध गतिविधि का पता चलने पर उसके नंबर के आधार पर कार मालिक रामनरेश सहित दो जनों से पुछताछ के बाद इस रहस्य से पर्दा उठा।
वहीं रामनरेश ने बताया उसकी कार को पांच और छह अप्रैल के दिन हर्ष गुर्जर लेकर गया था। सूरत में उसके घर पर तलाश की तो हर्ष अपने परिवार के साथ गायब था। जिसके बाद पुलिस ने राजस्थान के गंगापुर सिटी में हर्ष गुर्जर और उसके भाई हरि गुर्जर, अमर गुर्जर को दबोच लिया।