कुशीनगर। पूर्व में हुए हादसों से सबक न लेने की कीमत आज एक बार फिर उन मासूमों को चुकानी पड़ी जो किसी भी तरह से इसके जिम्मेदार नही थे। गाड़ी चलाने के दौरान मोबाइल फोन और इयर फोन के इस्तेमाल पर मनाही के बावजूद भी बराबर ऐसा किया जाना वो भी तब जबकि पूर्व में ऐसे ही कई हादसे सामने आ चुके हैं बेहद ही गंभीर बात है। जिसके चलते आज गुरुवार सुबह उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में मानव रहित क्रासिंग पर ट्रेन की चपेट में स्कूल बस के आ जाने से हुए भीषण हादसे में मरने वाले बच्चों की संख्या एक दर्जन से अधिक हो गई है। हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुशीनगर पहुंचे और पीड़ित परिजनों से मुलाकात की।
गौरतलब है कि आज सुबह तकरीबन 6-50 बजे विशुनपुरा थाना क्षेत्र के दुदही बहपुरवा रेलवे क्रॉसिंग पर सिवान से गोरखपुर जाने वाली 55075 अप सवारी गाड़ी की चपेट में स्कूली बच्चों से भरी बस आ गई। हादसा इतना भयावह था कि स्कूल बस के परखच्चे उड़ गए। ताजा जानकारी के अनुसार 13 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि अन्य घायल बच्चों की हालत भी गंभीर बताई जा रही है जिनका इलाज जारी है।
वहीं इस ह्नदयविदारक घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुशीनगर में जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस ट्रेन हादसे की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी। सीएम ने हादसे पर दुख जताते हुये कहा कि सरकार बच्चों के परिजनों के साथ है। उन्होंने प्रशासन को तत्काल हरसंभव मदद मुहैया कराने का निर्देश दिया। स्कूल के मान्यता न होने के सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि पूरे मामले की जांच गोरखपुर के कमिश्नर को सौंपी गई है, दोषियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जायेगा। संबंधित विद्यालय के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने हादसे के संबंध में रेल मंत्री से भी बातचीत भी की।
उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों को सरकार दो–दो लाख रुपये देगी और अन्य सरकारी मदद देने का भी कार्य होगा। केंद्र सरकार से भी दो दो लाख रुपये दिए जाएंगे। समपार फाटक भी लगाने का कार्य किया जाएगा। इसके लिए बात होगी। इस दौरान एक कमरे में मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधाया। साथ ही पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर उन्होंने आवश्यक निर्देश दिया।
साथ ही हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा है कि यूपी सरकार और रेलवे जरूरी एक्शन लेंगे। वहीं रेलमंत्री पीयूष गोयल ने दुःख जताया है। उन्होंने मृतक छात्रों के परिजनों को मुआवजे के रूप में दो– दो लाख रुपये देने की घोषणा की है। रेलमंत्री के निर्देश पर जेए ग्रेड की टीम मामले की जांच करेगी।
जैसा कि बताया जलाता है कि उक्त स्कूल बस डिवाइन पब्लिक स्कूल की थी और इसमें 20 बच्चे सवार थे। हादसा विशुनपुरा के दुदही रेलवे क्रॉसिंग पर हुआ है। हादसे के बाद सभी घायलों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है वहीं रेलवे और पुलिस प्रशासन के सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं।
जबकि दुर्घटना को लेकर रेलवे की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि यह हादसा स्कूल बस ड्राइवर की लापरवाही के चलते हुआ जो खुद भी इस दुर्घटना में मारा गया है। लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक भी हादसा ड्राइवर की गलती की वजह से हुआ है। बताया जा रहा है कि ड्राइवर ने ईयरफोन लगा रखे थे और इसके कारण उसे ट्रेन की आवाज सुनाई नहीं दी। वहीं बस में बैठे बच्चे भी उसे आवाज देकर आगाह करने की कोशिश करते रहे लेकिन वो सुन नहीं सका और इतना दर्दनाक हादसा हो गया।