कोलकाता। सभी को चौंकाते हुए आज इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने एक ऐतिहासिक फैसले में सभी 104 सदस्य देशों को अंतरराष्ट्रीय T-20 का दर्जा देने का फैसला किया है। इसके बाद इन देशों की महिला और पुरुषों की क्रिकेट टीमों को T-20 क्रिकेट में अंतरराष्ट्रीय दर्जा मिल जाएगा। कोलकाता में हो रही आईसीसी की बैठक में ये फैसला लिया गया है।
गौरतलब है कि आईसीसी के सीईओ डेव रिचर्डसन ने इसकी जानकारी दी। इसके लिए जल्द ही ग्लोबल रैंकिंग सिस्टम भी लॉन्च किया जाएगा। फिलहाल 18 सदस्य देशों को T20I दर्जा मिला हुआ है। जिसमें 12 पूर्ण सदस्य देशों के साथ स्कॉटलैंड, नीदरलैंड्स, हांगकांग, यूएई, ओमान और नेपाल शामिल हैं।
वहीं आईसीसी के सीईओ डेव रिचर्डसन ने बताया कि, “सभी देशों की महिला क्रिकेट टीमों को एक जुलाई, 2018 से T2OI का दर्जा दे दिया जाएगा। वहीं पुरुष टीमों के बीच होने वाले मुकाबलों को एक जनवरी, 2019 को T20I का दर्जा दे दिया जाएगा।”
इसके अलावा क्रिकेट मैदान पर खिलाड़ियों के बुरे बर्ताव पर लगाम लगाने के लिए भी आईसीसी ने मौजूदा कोड ऑफ कंडक्ट में बदलाव करने की तैयारी कर ली है। ICC के सीईओ डेव रिचर्डसन ने कहा कि, “कोड ऑफ कंडक्ट में जुर्माने का जो प्रावधान किया गया है। वो नाकाफी साबित हो रहा है। इसलिए अब कड़े दंड का प्रावधान लाने का वक्त आ गया है।”
इसके लिए आईसीसी ने क्रिकेट कमेटी को कोड ऑफ कंडक्ट में जो मौजूदा जुर्माने का प्रावधान है, उसकी समीक्षा की बात कही है। इसके लिए आईसीसी एलन बॉर्डर, शॉन पोलाक जैसे खिलाड़ियों को पैनल में लाएगी।
इसके अलावा भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सीरीज को लेकर भी डेव रिचर्डसन ने अपनी बात रखी, उन्होंने कहा कि, “ये सबकी इच्छा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सीरीज हो,खासतौर पर द्विपक्षीय सीरीज। मगर ये मसला बेहद पेचीदा है, इसलिए मैं भी डरा हुआ हूं। दोनों देशों के बीच क्रिकेट रिश्ते बहाल करने इतना आसान नहीं है। केवल दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड के राजी होने से ये पूरा नहीं होगा। इसके अलावा भी कई बातें हैं, जिसे पूरा करना होगा।”
वहीं क्रिकेट को ओलिंपिक में शामिल करने पर उन्होेंने कहा कि, “अगर पूरा क्रिकेट जगत इस मामले पर एक साथ आ जाए तो अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक कमेटी तक ये बात पुख्ता तरीके से पहुंचाई जा सकती है कि क्रिकेट को भी खेलों के महाकुंभ में शामिल किया जाए।”