लखनऊ । हाल के दो उपचुनाव में करारी शिकस्त पाई भाजपा के लिए अब फिर एक इम्तिहान की घड़ी आई है क्योंकि चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के कैराना लोकसभा और बिजनौर की नूरपुर विधानसभा के लिए उपचुनाव की तारीख घोषित कर दी हैं। दोनों सीटों पर 28 मई को मतदान होना है। मतगणना 31 मई को होगी। उल्लेखनीय है कि कैराना से भाजपा सांसद हुकुम सिंह और नूरपुर से विधायक लोकेंद्र सिंह का निधन होने के चलते दोनों सीटें रिक्त हुई हैं।
चुनाव आयोग के मुताबिक सभी सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 10 मई है। 11 मई तक नामांकन पत्र जांच की होगी। प्रत्याशी 14 मई तक नाम वापस ले सकेंगे। इसके बाद 28 मई को मतदान होगा और 31 मई को मतगणना होनी है।आयोग ने उपचुनाव में सभी जगह ईवीएम और वीवीपैट का इस्तेमाल का उपयोग करने का फैसला लिया है। इसके लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
ज्ञात हो कि इससे पहले गोरखपुर और फूलपुर सीट पर उपचुनाव में भाजपा को हराने के बाद सपा-बसपा के पास दो और सीट जीतने का मौका है। आने वाले पांच महीनों में कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा सीट पर चुनाव होने वाले हैं। अब सपा-बसपा की साझेदारी भाजपा को 2019 में जबरदस्त टक्कर देने जा रही है। यह दोनों सीटें फिर भाजपा के लिए लिटमस टेस्ट जैसी होंगी। कैराना में जीतने वाले को कुछ समय तक ही सांसद बने रहने का मौका मिलेगाष इससे इतर नूरपुर जीतने वाले उम्मीदवार को तीन साल तक विधायक बने रहने का अवसर होगा। सियासी चर्चाओं के मुताबिक बसपा कैराना में सपा के उम्मीदवार को समर्थन दे सकती है। दरअसल कैराना जाट बहुल क्षेत्र है। इस 2009 से पहले अजीत सिंह की दल का कब्जा था।