नई दिल्ली। हाल के कुछ समय से देशभर में दलितों पर अत्याचार का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा हैं। देश में दलितों पर बढ़ रहे अत्याचारों को लेकर कल ही गुजरात के ऊना में भारी संख्या में दलितों ने सामूहिक रूप से बौद्ध धर्म को अपना लिया । जिसे लेकर बीजेपी नेता उदित राज ने अपनी चिंता जाहिर की है।
गौरतलब है कि राजस्थान में सामने आये एक ऐसे ही मामले में भीड़ ने दलित समुदाय से संबंध रखने वाले एक युवक को पहले घो़ड़े से ऊतार फिर उसकी जमकर पिटाई कर दी। दरअसल पूरा मामला राजस्थान के भिलवारा के गुविंदपुरम गांव का है जहां एक शादी समारोह के से एक दिन पहले दलित समुदाय का एक युवक घोड़े पर बैठकर जा रहा था। तभी गांव के उच्च जाति से संबंध रखने वाले लोगों को यह बात नागवारा गुजरी और उन्होंने पहले तो उस दलित युवक को घोड़े से नीचे ऊतारा फिर उसकी पिटाई कर दी। बहराल पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर मामले में शामिल सात आरोपियों को हिरास्त में ले लिया हैं।
इसी तरह एक अन्य मामले में दलित को गेहूं काटने से इन्कार करने पर बीच चौराहे पर उसकी मूंछे नोंचने ली गई हैं। मामला उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के आजमपुर गांव का है जहां गांव के एक दलित ने उच्च जाति के गेहूं काटने से इंकार कर दिया। जिसकी सजा उसे सरेबाजार मूंछ नोंच कर दी गई। यहीं नहीं लोगों ने दलित मजदूर को पेड़ से बांधकर बुरी तरह पीटा। आपको बता दें कि सीताराम नामक एक दलित मजदूर आजमपुर के बिसौरिया गांव में खेती और मजदूरी का काम करता है।
उस पर हद ये है कि जब अपने ऊपर हुए अत्याचार की शिकायत लेकर पीड़ित सीताराम पुलिस में शिकायत करने पहुंचा तो पुलिस ने सीताराम की रिपोर्ट लिखने से इंकार कर दिया और उसे वहां से डराकर भगा दिया। बाद में घटना के एक हफ्ते बाद सिटी एसपी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव के दखल के बाद मामला दर्ज किया गया। आपको बता दें कि कथित घटना बीते 23 अप्रैल की है।
इन तमाम मामलों को देखते हुए बीजेपी सांसद और दलित नेता उदित राज ने देशभर में दलितों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर गहरी चिंता जाहिर की हैं। उदित राज ने कहा कि दलित को तो मूंछे तक रखने का अधिकार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानता कि दलितों पर दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे अत्याचारों को लेकर सरकार के पास क्या समाधान हैं। उन्होंने अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि देश में दलितों पर हो रहे अत्याचार एक गंभीर समस्या हैं।