डेस्क। देश में लोगों के दिलो दिमाग पर तेजी से हावी होती हैवानियत और सनकीपन तथा दरिंदगी! लीलती जा रही है हर रोज जाने कितनी ही जिंदगी!! बेहद गंभीर और चिंतनीय बात है कि जल्द ही अगर इसका न निकला तोड़! तो यह बन जाएगी हमारे समाज के लिए लाइलाज कोढ़!! क्योंकि जिस तरह से आज खासकर युवा और किशोर हैवानियत और सनकीपन की हद पार कर रहे हैं वहीं अधेड़ तथा उम्रदराज लोगों द्वारा हवस के चलते दरिंदगी की जा रही है। वो बहुत ही खौफनाक तथा शर्मनाक है।
गौरतलब है कि राजस्थान के राजसमंद के बाद उत्तर प्रदेश के संभल में हत्या का दिल दहलाने वाला वीडियो सामने आया है। हत्या के इस वायरल वीडयो को देखकर एक परिवार ने मृतक युवक को अपना लापता बेटा बताया है, जो पिछले 3 महीने से लापता है। फिलहाल, पुलिस ने मामले में केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
बेहद शर्मनाक और खौफनाक है कि इस वीडियो में किस बेरहमी से कुछ लोग एक युवक पर कुल्हाड़ी और पत्थरों से हमला कर रहे हैं। इसमें एक हत्यारा कुल्हाड़ी से वार करता दिख रहा है तो वहीं दूसरा तलवार और तीसरा लोहे की रॉड से वार करता नजर आ रहा है।
हद ये है कि पीड़ित युवक दर्द से चीख रहा है और रहम की भीख मांग रहा है। लेकिन हत्यारों पर उसकी चीख का कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। खून से लथपथ शरीर को देखकर भी हत्यारों का दिल नहीं पसीजा और वे लगातार उसके ऊपर कुल्हाड़ी से वार करते रहे। इतना ही नहीं इन लोगों ने हैवानियत की हद पार करते हुए पत्थर उठाकर बुरी तरह से घायल युवक के सिर पर दे मारा, जिससे उसकी मौत हो गई।
ज्ञात हो कि बिहार के जहानाबाद से रोंगटे खड़े कर देने वाला वीडियो वायरल हुआ जिसमें कुछ लड़के सरेआम नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ करते हुए दिखाई दिए। दिल दहलाने और रौंगटे खड़े करने वाला इस वीडियो में सात लड़के मिलकर सरेआम एक नाबालिग लड़की की इज्जत तार-तार कर रहे थे। जान बचाने के लिए लड़की उनके आगे रहम की भीख मांग रही थी, लेकिन वो हैवान अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए लड़की के कपड़े फाड़ते जा रहे थे। हवस के भूखे भेड़िये उस लड़की को पीटते रहे, उसे नोंचते रहे और एक दरिंदा इस घिनौनी वारदात का वीडियो बना रहा था।
ऐसे जाने कितने ही वीडियो जब तब वॉयरल होते रहते हैं जिनको देखकर आपकी रूह कांप उठेगी। वहीं हद ये है कि इन वीडियो में अंजाम देने वालों के चेहरों पर शिकन तक न होना और इस वीभत्सता का आनन्द लिया जाना एक तरह से उनकी विक्षिप्त मानसिकता और हैवानियत की हद पार करे जाने का परिचायक है। ऐसे लोगों के साथ किसी भी तरह से मानवता और मानवाधिकार की बात करना संभवतः मानवता के साथ नाइंसाफी होगी।