कोलकाता। देश के युवा वर्ग पर हावी होती पाश्चात्य संस्कृति भ्रष्ट कराती उनकी मति और होती समाज की भारी क्षति यह वाक्य बिलकुल फिट है मौजूदा हालातों पर क्योंकि आज का युवा अपने संस्कारों को भुला स्वच्छंद आचार व्यवहार को अपना रहा है। जिसके चलते वो खुद और समाज गर्त में जा रहा है। इसी की बानगी गत दिवस कोलकत्ता मेट्रो में उस वक्त देखने को मिली जब मेट्रो में गले लगाने पर एक कपल की अन्य पैसेंजरों ने पिटाई कर दी।
गौरतलब है कि सोमवार को कोलकाता मेट्रो में गले लगाने पर एक कपल की अन्य पैसेंजरों ने पिटाई कर दी थी, मामले में नया विवाद खड़ा हो गया। सोशल मीडिया पर कोलकाता मेट्रो की तरफ से दिया बयान वायरल हो रहा है। कपल की पिटाई मामले में कोलकाता मेट्रो ने दो दिन बाद बयान जारी किया जिसमें कपल को संस्कारी बनने की नसीहत दी गई है।
हालांकि कोलकाता मेट्रो ने वायरल हो रहे पोस्ट पर सफाई पेश की। मेट्रो की तरफ से कहा गया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा पोस्ट फेक है। हम कपल के साथ दुर्व्यवहार करने वाले यात्रियों का समर्थन नहीं करते हैं। कोलकाता मेट्रो रेलवे इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निंदा करता है।
ज्ञात हो कि वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा गया कि कपल कई सालों से मेट्रों में अश्लील हरकत कर रहे हैं। कई युवा पैसेंजरों को मेट्रो में चलने के मैनर्स नहीं आते हैं। अंग्रेजी बोलना सभ्य नागरिक होने का प्रमाण नहीं है जब तक आप सही व्यवहार भी न करें।
बता दें कि कोलकाता के दमदम मेट्रो स्टेशन पर एक कपल के साथ इसलिए मारपीट की गई क्योंकि उन्होंने एक दूसरे को गले लगाया था। कपल की इस हरकत पर मेट्रों में मौजूद कई लोग नाराज हो गए और लड़के की बुरी तरह से पिटाई की गई। लड़की जब बीच-बचाव करने आई तो उसको भी पीटा गया। जबकि वहीं इस मामले में मेट्रो रेल की ओर से कहा गया कि फिलहाल उनके पास कोई शिकायत नहीं आई है, अगर पीड़ित इस पर शिकायत करते हैं तो हम उचित कार्रवाई करेंगे।