डेस्क्। सियासत जहां दोस्ती और दुश्मनी के काफी हद तक कोई मायने नही होते हैं क्योंकि यहां कब, कौन, कहां, कैसे और किसके साथ दोस्ती निभाता है और कब दुश्मन बन जाता है। ये तो बस वक्त ही तय कर पाता है। इसकी वैसे तो तमाम मिसालें हैं उनमें से ही एक बेहद अहम और दिलचस्प मिसाल है मुलायम और अमर का अमर-प्रेम जिसकी कभी मिसालें दी जाती थीं। आज हालात ये हो चलें हैं कि अमर का कहना है कि मुलायम ने उन्हें महज एक राजनीतिक वैश्या के तौर पर इस्तेमाल किया है।
जी! बेहद गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के पूर्व महासचिव अमर सिंह ने मुलायम सिंह यादव पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि मुलायम सिंह यादव ने उनका राजनीतिक वेश्या की तरह इस्तेमाल किया। ऐसा अपमान तो कोई बर्दाश्त नहीं करेगा। इतना ही नही अपने दिल की भड़ास निकालते हुए ये भी कहा कि उन्होंने मुलायम सिंह को नहीं छोड़ा बल्कि मुलायम ने उनसे किनारा कर लिया है। दरअसल ये बातें उन्होंने जिले के सरवां गांव में एक वैवाहिक समारोह में कल रात पत्रकारों से बातचीत के दौरान ये बातें कही।
इसके अलावा जहां उन्होंने कहा कि सपा-बसपा का गठबंधन बनावटी है और यह ज्यादा समय तक टिकने वाला नहीं है। वहीं योगी आदित्यनाथ सरकार की कायशैली पर सवालिया निशान लगाते हुये कहा कि पिछली अखिलेश सरकार की तरह योगी सरकार भी नौकरशाही के प्रभाव में है और यही उनकी साख में बट्टा लगाने का कारक बनेगी।
जबकि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (अमुवि) में पाक संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर चल रहे विवाद के संबंध में राज्यसभा सांसद ने कहा कि जिन्ना भारत के बंटवारे का जिम्मेदार है। उसका पक्ष लेने वाले देशद्रोही हैं। उन सबको पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
वहीं इस सबसे इतर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ में कसीदे गढते हुये अमर सिंह ने कहा कि उनकी बेहतरीन कार्यशैली और कुशल विदेश नीति की बदौलत आज पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। मोदी ने देश का सम्मान पूरे विश्व में बढ़ाया है। उनकी कुशल विदेश नीति का ही परिणाम है कि चीन और पाकिस्तान पूरी दुनिया से अलग-थलग पड़ गये हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी समाजवाद के जनक डॉ. राममनोहर लोहिया के अलावा पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी, और दीनदयाल उपाध्याय जैसे महापुरुषों के आदर्शों पर चलते हैं और यही कारण है कि देश में लोकप्रिय नेता की छवि के साथ पूरी दुनिया में भारत का परचम लहरा रहा है।