नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपरिपक्व राजनेता करार देते हुए उनके पीएम बनने वाले बयान पर कहा कि इससे नजर आता है कि उनमें कितना अंहकार है, और वह अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की तक इज्जत नहीं करते हैं। जो उन्होंने खुद ही अपने नाम की घोषणा कर दी।
गौरतलब है कि मोदी ने कर्नाटक में कोलार के बंगरपेट में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष को निशाने पर लिया और कहा कि वह अपरिपक्व ‘नामदार’ हैं। वह अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का सम्मान नहीं करते हैं। उन्होंने पार्टी में शीर्ष पद संभालने के बाद नई संस्कृति की शुरुआत की है। यह नई संस्कृति है, बार-बार झूठ बोलो, जोर-जोर से झूठ बोलो, हर जगह झूठ बोलो, जितना हो सकता है उतनी बार झूठ बोलो।
उन्होंने कांग्रेस पर दलितों के साथ न्याय नहीं करने का भी आरोप लगाया और कहा कि परिवारवाद को बढावा देने वाली इस पार्टी ने परिवार के सदस्यों के नाम पर बेहिसाब नामकरण किए हैं। परिवार के सदस्यों को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया लेकिन संविधान बनाने वाले दलितों के मसीहा बाबा साहेब अंबेडकर को ‘भारत रत्न’ देने का साहस नहीं किया।
उन्होंने आरोप लगाया और कहा कि जैसे गतिविधि चलाने का आरोप लगाया और कहा कि के इस ‘नामदार’ परिवार को दलितों का सम्मान करना नहीं आता है। परिवार में भारत रत्न बांटते हैं लेकिन बाबा साहेब अंबेडकर को उनकी सरकार ने भारत रत्न नहीं दिया।
वहीं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि मिस्टर सिंह 10 साल प्रधानमंत्री थे लेकिन रिमोट कंट्रोल 10 जनपथ पर था। 4 साल से दिल्ली में आपने मोदी की सरकार बनाई है। हमारा रिमोट कंट्रोल जनता के पास है।