नई दिल्ली। आरटीआई के जरिए देश के प्रधानमंत्रियों द्वारा कपड़ों पर खर्च की जाने वाली रकम को लेकर दिलचस्प जानकारी सामने आई है। जिसमें मोदी के सूट और तमाम कपड़ों पर उठाये जाने वाले सवालों पर पूरी तरह से विराम लगा दिया गया है। क्योंकि प्रधानमंत्री बनने के बाद से नरेंद्र मोदी का एक सूट काफी विवादों में रहा। पीएम मोदी के इस बंद गले वाले सूट में उनका पूरा नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी भी लिखा हुआ था।
प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से दी गई जानकारी में कहा गया है कि पीएम मोदी के निजी कपड़ों पर होनेवाला खर्च पीएम अपनी सैलरी से ही उठाते हैं। इसके लिए सरकारी कार्यालय की तरफ से कोई रकम खर्च नहीं की जाती है। आरटीआई कार्यकर्ता रोहित सब्बरवाल ने सूचना के अधिकार के तहत यह जानकारी मांगी थी। पीएमओ ने कहा कि पीएम के निजी कपड़ों पर खर्च किए जाने वाले पैसे सरकार की जेब से नहीं जाते।
रोहित सभरवाल ने इसपर प्रतिक्रिया दी की अब यह विवाद हमेशा के लिए खत्म होता है कि भारत सरकार प्रधानमंत्रियों के कपड़े पर भारी भरकम रकम खर्च करती है। सूचना के अधिकार के तहत इस जवाब के बाद आरटीआई कार्यकर्ता सब्बरवाल ने कहा, ‘बहुत से लोगों को अब तक ऐसा लगता है कि पीएम मोदी के कपड़ों पर सरकारी खजाने से बड़ी रकम खर्च की गई है। आरटीआई से मिली जानकारी से लोगों का यह भ्रम दूर होगा।