उप्र में 50 लोगों की मौत, 83 लोग हुए घायल
नई दिल्ली। देश में बराबर जारी अलर्ट के बीच कल फिर आये जोरदार आंधी तूफान में जहां एक बार फिर जानमाल का भारी नुक्सान हुआ है जिसमें सबसे ज्यादा क्षति उततर प्रदेश में ही फिर देखने को मिली है जिसके चलते यहां तकरीबन चार दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई है वहीं 80 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं उसके अलावा तमाम और नुक्सान होने की भी सूचना है है। कई जगह पेड़ और खंभे भी गिर गए। इस हादसे में मारे गए लोगों के प्रति राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी ने शोक जताया है। जबकि मौसम विभाग ने दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, झारखंड, मिजोरम, असम, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में अगले दो-तीन दिनों तक तेज हवाओं और तूफान का अंदेशा जताया है।
गौरतलब है कि रविवार को उत्तर भारत समेत देश के कई राज्यों में आए आंधी-तूफान के चलते अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं 65 से ज्यादा घायल हैं। सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार इनमें से 39 मौतें उत्तर प्रदेश में हुई हैं जबकि 9 आंध्र प्रदेश में, 4 पश्चिम बंगाल में और दिल्ली में एक शख्स की मौत हुई है। घायलों में 53 यूपी के हैं, 11 दिल्ली और पश्चिम बंगाल में एक घायल हुआ है।
बेहद अहम और गौर करने की बात है कि राज्य में पिछले 12 दिनों में आंधी-तूफान की चपेट में आने से सौ से अधिक लोगों की मौत हुई है। तो वहीं, बड़े पैमाने पर संपत्तियों को भी नुकसान हुआ है। 2 मई को आंधी-तूफान की चपेट में आने से यूपी में सर्वाधिक 73 लोगों की मौत हुई। जबकि 9 मई को 11 लोग काल के गाल में समा गए थे। इसी प्रकार से रविवार को भी आए आंधी-तूफान में काफी नुकसान हुआ। 50 लोगों की मौत हुई जबकि 83 लोग घायल हुए हैं। तमाम जिलों में बड़ी संख्या में पेड़-पौधे भी उखड़ गए. घरों को भी नुकसान पहुंचा है।
हालांकि आज ताजा मिली जानकारी के मुताबिक आंधी-तूफान से उप्र में सर्वाधिक 50 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 83 लोग घायल हुए हैं। इनमें पांच कासगंज, तीन सहारनपुर -दो गाजियाबाद, एक-एक मौत इटावा, अलीगढ़, कन्नौज, हापुड़, नोएडा और संभल में हुई। बरेली और बाराबंकी में 5-5 लोगों की मौत हुई है। बुलंदशहर और लखीमपुर में 3-3 लोगों की मौत हुई। अन्य स्थानों पर भी पांच लोगों की मौत हो गई।
कुछ ही देर में आग ने पूरे गांव को अपनी चपेट में ले लिया। देखते ही देखते पूरा गांव जलने लगा। ग्रामीण अपनी जान बचाने के लिए घर से भाग निकले। आग से ट्रैक्टर ट्राली, अनाज, कपड़े, बर्तन समेत कई लाख रुपये का सामान जलकर नष्ट हो गया। एक दर्जन से अधिक पशु भी जल गए। गांव के कुछ बच्चे भी गायब हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
मथुरा में भाजपा सांसद हेमा मालिनी के काफिले के सामने पेड़ गिरने से रास्ता बंद हो गया। प्रशासनिक अधिकारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद पेड़ को रास्ते से हटवाया। वहीं बुलंदशहर में दिल्ली-कानपुर हाईवे पर तूफान की वजह से कई वाहन पलट गए और एक-दूसरे पर गिर पड़े।
इस बाबत प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलाधिकारियों और आयुक्तों को निर्देश दिया है कि प्रभावित लोगों को तत्काल राहत मुहैया कराई जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि घायलों को तत्काल चिकित्सकीय उपचार मिले। इसके अलावा गाजियाबाद, सहारनपुर और प्रतापगढ़ में 2-2 लोगों की मौत होने की सूचना है। इटावा, कन्नौज, संभल, अलीगढ़, गौतमबुद्ध नगर, बंदायू, मिर्जापुर, जौनपुर, मथुरा और शामली में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। इस आंधी तूफान में 50 लोग घायल भी हुए हैं। इसमें सबसे ज्यादा 13 लोग संभल जिले में घायल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि इस आंधी से 177 मकानों को नुकसान हुआ है, 13 जानवर तूफान की चपेट में आए हैं। लखीमपुर में करीब 80 मकानों को नुकसान पहुंचा है जबकि संभल में 31 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। संभल में आंधी में एक गांव में कूड़े के ढेर पर सुलग रही आग ने आंधी में विकराल रूप ले लिया। इसमें गांव के कई मकान और मवेशी जल गए।
दिल्ली में 109 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से चली धूल भरी आंधी के कारण दिन में ही अंधेरा हो गया। इससे आइजीआइ एयरपोर्ट पर विमान सेवा लगभग आधे घंटे ठप पड़ गई। लगभग 70 उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा। दर्जनभर उड़ानों में देरी हुई। यही नहीं, मेट्रो लाइन पर पेड़ गिरने और सिग्नल प्रणाली में खामी आने से मेट्रो का परिचालन भी बंद करना पड़ा। नोएडा सेक्टर 16 से नोएडा सिटी सेंटर तक डेढ़ घंटे तक मेट्रो परिचालन बंद रहा। जबकि कई अन्य लाइनों पर 40 मिनट तक मेट्रो के पहिए थमे रहे।
हरियाणा के कैथल, नूंह, रोहतक सहित कई जिलों में रविवार को तेज आंधी के साथ बारिश हुई। रोहतक और कैथल में ओले भी गिरे। हालांकि, इससे गर्मी से तो राहत मिली, लेकिन जनजीवन प्रभावित हुआ। राज्य में दो लोगों की मौत हो गई। एक की झच्जर में तो दूसरे की पलवल में मौत हो गई।
मौसम बदलने से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। दिल्ली में रविवार को दिन का जो तापमान 40.60 डिग्री था, वह शाम में घटकर 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वैसे दिल्ली के पांडव नगर में पेड़ गिरने से एक महिला की मौत हो गई। वहीं जैतपुर इलाके में घर लौट रहे एक व्यक्ति की तीसरी मंजिल से ईंट गिर जाने से मौत हो गई। दिल्ली पुलिस को आंधी-तूफान के बाद 189 पेड़ और 40 खंबे गिरने की सूचना मिली है।