लखनऊ। यूपी के स्वास्थ्य मंत्री व प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने तीन तलाक के मामले पर एक बार फिर सपा, बसपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की सबसे बड़ी अदालत के आदेश के बाद भी कौशाम्बी जिले में तीन तलाक का मामला सामने आना दुखद है। देश और प्रदेश की सरकार देश की महिलाओं को उनका हक दिलाना चाहती है लेकिन विपक्षी दलों ने उसमें अड़चन लगा रखी है जिसके चलते लोक सभा में बिल पास हो गया है, लेकिन विपक्ष ने राज्य सभा में बिल लटका रखा है।
उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को महिलाओं पर होने वाले जुल्म पर अपना रुख साफ़ करना चाहिए। मदरसों में आधुनिक शिक्षा दिए जाने की शुरुआत योगी की सरकार ने कर दी है। सरकार इस दिशा में भी काम कर रही है कि मदरसों में भी देश भक्ति की पाठशालाए चले। इसके लिए हमारी सरकार पाठ्यक्रम को भी बदल रही है। ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा को और अधिक बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ्य महकमा एक ऐसी मशीन ला रहा है जिससे सभी तरह की जांच एक ही स्थान पर चंद मिनटों मे होगी।
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री कौशाम्बी जिले के कचेहरी में बने अधिवक्ताओ के मिनी हेल्थ सेंटर का शुभारम्भ करने पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में उन्होंने प्रदेश की हेल्थ सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए यूपी सरकार के योजनाओं का भी खुलासा किया। यूपी हेल्थ मिनिस्टर ने बताया कि वह सबसे पहले सचिवालय में वर्ल्ड हेल्थ सेंटर की मदद से एक ऐसी मशीन लगाने जा रहे है, जो माननीय विधायको के बल्ड का नमूना लेकर महज 15 मिनट के अन्दर ही उनकी छोटी बड़ी बिमारी के अनुसार दवा का पैकेट उपलब्ध करा देगी। यह मशीन वह सचिवालय के बाद कौशाम्बी मे लगाएंगे।
कौशांबी जिले के विधायकों व सांसद की ट्रामा सेंटर की मांग पर अपना रुख साफ करते हुए मंत्री ने कहा कि एक ट्रामा सेंटर संचालित करने के लिए डाक्टरों सहित 50 मेडिकल स्टॉफ की जरूरत होती है। विभाग में पहले से ही डॉक्टरों की कमी है। ऐसे मे वह ट्रामा सेंटर बनाए जाने के पक्ष मे नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों मे ट्रामा सेंटर बनकर तैयार हैं लेकिन स्टॉफ के आभाव मे बंद पड़े हैं।