नई दिल्ली। मोदी सरकार के लिये तेल अर्थात पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतें आगमी 2019 के लोकसभा चुनाव में बेहद ही घातक साबित होंगी क्योंकि चार साल के कार्यकाल के दौरान जहां एक बार भी कीमतों में कोई ऐसी कमी नही की गयी जो जनता के लिए राहत भरी रही हो वहीं तेल की कीमतों का बढ़ना कुछ यूं जारी रहा कि नौबत अब ये आ गई है कि पैट्रोल और डीजल की कीमतें सातवें आसमान पर पहुंच चुकी हैं।
गौरतलब है कि तेल कंपनियों ने आज फिर लगातार 10वें दिन तेल की कीमतों में बढ़ौत्तरी कर दी है। दिल्ली में बुधवार को डीजल का दाम 26 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 68.34 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया। वहीं, पैट्रोल के दाम 30 पैसे बढ़ाए गए जिसके बाद भाव 77.17 रुपए प्रति लीटर हो गया। हाल के बीते 10 दिन में पैट्रोल की कीमतों में 2.51 रुपए से लेकर 2.68 रुपए प्रति लीटर जबकि डीजल की कीमतों में 2.26 रुपए से लेकर 2.58 रुपए का इजाफा हुआ है।
कीमतों में जारी बढ़ोत्तरी के बाद अब देश के तमाम बड़े शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों का हाल कुछ इस प्रकार है।
पेट्रोलः मुंबई में 84.99, दिल्ली में 77.17, कोलकाता में 79.83, चेन्नई में 80.11, फरीदाबाद में 77.94, नोएडा में 77.88, गुड़गांव में 77.70, भोपाल में 82.78 और बेंगलुरु में 78.43 रुपये कीमत।
डीजल: दिल्ली में 68.34, कोलकाता में 70.89, मुंबई में 72.76, चेन्नै में 72.14, गुड़गांव में 69.24, फरीदाबाद में 69.47, नोएडा में 68.54, बेंगलुरु में 69.51, भोपाल में 71.93 रुपये में डीजल बिक रहा है।
हालांकि बताया जाता है कि पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के बीच पीएम मोदी ने इसे लेकर आज कैबिनेट की बैठक बुलाई है। जानकारों के मुताबिक पीएम मोदी कैबिनेट बैठक में पेट्रोल-डीजल के दामों को नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस कदम उठा सकते है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि हो सकता है कि मोदी सरकार बीजेपी शासित राज्यों में पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स में कटौती करके लोगों को कुछ राहत दे सकती है।
ज्ञात हो कि कर्नाटक चुनाव के दौरान 20 दिनों तक पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई भी बढ़ोत्तरी नहीं की गई थी। लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद से ही लगातार दसवें दिन भी पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी जारी है।