नई दिल्ली। निपाह वायरस से केरल में हुई 10 लोगों की मौत के बाद अब देवभूमि अर्थात हिमाचल प्रदेश में अचानक में भी दहशत का माहौल बन गया है। सिरमौर में अचानक बड़ी संख्या में मरे हुए चमगादड़ मिले हैं जो चिंता का विषय है। यहां एक या दो नहीं बल्कि 15-20 के करीब चमगादड़ों की एक साथ मौत हुई है। वहीं इनकी मौत के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। लेकिन, इतना जरूर है कि चमगादड़ों के फैलने वाले निपाह वायरस से स्थानीय ग्रामीणों के साथ स्कूली बच्चों में भी दहशत का माहौल है।
जानकारी के मुताबिक मामला सीनियर सेकेंडरी स्कूल बर्मा पापड़ी के खेल परिसर का है। जहां बुधवार सुबह कई चमगादड़ मरे पाए गए। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ समय से वह खेल मैदान में सफेदे के पेड़ों पर रहते थे। उधर, स्कूल की शिक्षिका ने बताया कि जब वह सुबह स्कूल में आई तो उन्होंने देखा कि खेल मैदान में एक साथ ढेरों की संख्या में चमगादड़ मरे हुए पाए गए हैं। उधर, डीएफओ, हेडक्वार्टर प्रदीप कुमार ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर रवाना हो गई है।
निपाह वायरस को लेकर पहली मर्तबा रिपोर्टिंग 1998 में हुई थी। मलेशिया के निपाह जनपद में कुछ लोगों में ऐसा संक्रमण पाया गया जो संभवतया चमगादड़ों से फैला था। इसलिए इसे निपाह नाम दिया गया। एक अवधारणा यह भी है कि यह सूअरों से भी फैलता है। एक अन्य अवधारणा के मुताबिक खजूर भी इसके लिहाज़ से संवेदनशील माना जाता है। वायरस एक बार जोर पकड़ ले तो इंसान से इंसान में भी फैल जाता है।