लखनऊ! कैराना लोकसभा सीट पर सोमवार को हो रहे उपचुनाव पर यूपी के पूर्व मंत्री और सपा नेता आजम खान ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने बीजेपी पर मुस्लिम वोटों को खरीदने का आरोप लगाया. दिल्ली से रामपुर जाते समय अमरोहा जिले के गजरौला में रुके आजम खान ने यह आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि इस वक्त हालत ये हैं कि कैराना में मुस्लिम वोट को खरीदने के लिए भी, जैसी हमारी सूचना है, बड़ी रकम के पहुंचने की भी खबर है.
आजम खान ने गन्ना किसानों बकाये के मुद्दे पर भी बीजेपी को घेरा. उन्होंने बीजेपी सरकार पर गन्ना खरीद जैसे मुद्दों पर किसानों के शोषण का आरोप लगाया. सपा नेता आजम खान ने कहा कि उपचुनाव तो बहुत अच्छा है. और जो मुद्दे थे खासतौर पर गन्ना बकाये का मुद्दा था. किसानों को अभी तक गन्ना बकाये का भुगतान नहीं हुआ है. गन्ने के बकाये का भुगतान न होने पर किसान हड़ताल कर रहे हैं. यहां तक कि हड़ताल पर बड़ौत में आंदोलन पर एक किसान की मौत भी हो गई है.
आजम खान ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि धोका देकर सरकार तो बनाई जा सकती है. लेकिन सरकार चलाई नहीं जा सकती. आजम खान ने कहा कि सबसे खतरनाक बात यह है कि अगर मुस्लिम मोहल्ले में पुलिस का आतंक हो गया और लाठीचार्ज कर दिया गया तो मुसलमान फिर घर से बाहर नहीं निकलता. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वह जानता है कि पिटेगा भी वही, मुकदमे भी उसी पर कायम होंगे, बस्तियां भी उसी की जलेंगी, मारा भी वही जाएगा, बलात्कार भी उसी के साथ होंगे. लोकतंत्र धरा रह जाता है और चुनाव दूर चला जाता है.
सपा नेता आजम खान ने कहा ‘मेरी बिलकुल सटीक सूचना है कि बीजेपी के बड़े नेताओं ने इस बात के इंतजाम किए है कि किसी भी तरह की हिंसा हो तो मुसलमानों के मोहल्ले में दहशत फैला दी जाए. उन्हें घरों से बाहर न निकलने दिया जाए. आजम खान ने आगे कहा ‘ऐसे समय चुनाव आयोग की भूमिका बहुत जरूरी हो जाती है. उन्हें चाहिए की ऐसी फोर्स वहां भेजे जिनका एक्ट इनपार्शल हो. लोकल फोर्सेज को हटाकर लोकल अधिकारिओं का रोल खत्म करें. फोर्स दूसरे जिलों या राज्यों से लेकर जाएं.
ये चुनाव खुद चुनाव आयोग के लिए बहुत बड़ा इम्तिहान है. ठीक उस तरह कर्नाटक के इलेक्शन के बाद सरकार बनाने के वक्त सुप्रीम कोर्ट का बहुत बड़ा रोल था और वो अपनी उस अग्नि परीक्षा में बहुत कामयाब साबित हुए. इलेक्शन कमीशन को भी कुछ ऐसा ही साबित करना है.