लखनऊ। वैसे तो देश में तमाम विरोधी सियासी पार्टियां मोदी सरकार द्वारा पाकिस्तान से चीनी आयात कराये जाने का विरोध कर रही हैं लेकिन उन सबसे परे प्रदेश के जनपद कानपुर में तमाम मुस्लिम भाइयों ने वाकई बेहद काबिले तारीफ और नायाब तरीके से पाकिस्तान से चीनी मंगाये जाने का विरोध जताया है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के चीनी आयात को लेकर कानपुर के एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन ने पीएम मोदी के नाम ज्ञापन दिया है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात जफर हाशमी ने शहर के लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह से मिले और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम है। ज्ञापन में पीएम मोदी से पाक से चीनी के आयात को लेकर विरोध जाहिर करते हुए पाकिस्तान से ली गई 60 लाख मीट्रिक टन चीनी वापस करने की मांग की गई है।
इस मामले में हाशमी ने कहा कि अगर पाक से चीनी ना आने पर देश में चीनी की कमी होती है तो देश का 25 करोड़ मुसलमान ईद पर अपनी सिंवई बिना चीनी के पका लेगा। जफर हाशमी ने कहा कि देश का मुसलमान को भले इस साल ईद पर चीनी ना मिले लेकिन वो पाकिस्तान से आई चीनी नहीं खाना चाहता। हाशमी ने कहा कि अगर पाक से चीनी ना आने पर देश में चीनी की कमी होती है तो देश का 25 करोड़ मुसलमान ईद पर अपनी सिंवई बिना चीनी के पका लेगा।
हयात ने कहा कि मेरे घर पर तीन किलो चीनी कल आई जो काफी ज्यादा सफेद थी। उन्होंने इसको लेकर पड़ोसियों से पूछा तो पता चला कि इतनी सफेद चीनी भारत की नहीं होती ये पाक से आई चीनी हो सकती है। उन्होंने बताया कि ये तीन किलो चीनी भी हमने ज्ञापन से साथ दे दी है ताकि पाक को भेज दी जाए। बता दें कि इस साल देश में चीनी का उत्पादन काफी अच्छा रहा है, ऐसे में पाकिस्तान से चीनी के आयात करने को लेकर कई संगठन विरोध में हैं।