डेस्क्। एक तरफ लगातार मिलती हार दूसरी तरफ अब आपस में बढ़ती रार-तकरार ऐसे में बहुत मुश्किल होगा आगामी लोकसभा चुनावों में पाना पार। क्योंकि जहां देश के सबसे अहम सूबे उत्तर प्रदेश में वैसे ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खुलने लगा है वहीं अब भाजपा के दो नेताओं में विकास और हिन्दुत्व के मुद्दे पर तकरार का होना अच्छे संकेत नही हैं।
केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि 2019 का चुनाव राममंदिर तथा हिंदुत्व के बजाय विकास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। नकवी के इस बयान पर विश्व हिंदू परिषद् की फायरब्रांड नेत्री साध्वी प्राची ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पार्टी हार की विवेचना करे और आत्मचिंतन करे। उन्होंने कहा कि गोरखपुर, फूलपुर तथा कैराना के चुनाव विकास के मुद्दे पर ही लड़े गए थे, जिनका क्या हश्र हुआ सब ने देखा है।
इसी प्रकार से महंत परमहंस दास ने केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी 2019 के लोकसभा चुनव केवल विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी।
महंत परमहंस दास ने भारतीय जनता पार्टी को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर भाजपा ने 2019 में राम मंदिर का निर्माण नहीं कराया तो सत्ता में आने का कोई रास्ता नहीं है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि सरकार को कैसे उखाड़ फेंकना है।
गौरतलब है कि केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने तीन जून को कहा था कि भारतीय जनता पार्टी 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव केवल विकास के मुद्दे पर लड़ेगी। उन्होंने आगे कहा था कि इस चुनाव में हिंदुत्व और मंदिर अब सत्ताधारी पार्टी के लिए मुद्दे नहीं होंगे। यह चुनाव बीजेपी ‘विकास, विकास, सिर्फ विकास’ के मुद्दे पर लड़ेगी।