डेस्क्। प्रदेश सरकार में कबीना मंत्री ओम प्रकाश राजभर वैसे तो हमेशा से ही योगी सरकार को कटघरे में खड़ा करते रहते हैं। लेकिन अब मामला कुछ ज्यादा ही संगीन नजर आ रहा है क्योंकि एक तरफ उनका आज सुबह सपा के कद्दावर नेता शिवपाल यादव से मुलाकात किया जाना दूसरे बंगला विवाद में उनका अखिलेश के पक्ष में आना दोनों ही बातें सियासी गलियारों में चर्चाऔं का बाजार गर्म करने के लिए काफी हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और सपा के कद्दावर नेता शिवपाल यादव ने शुक्रवार सुबह सर्किट हाउस में मुलाकात की। बंद कमरे में दोनों के बीच लगभग 10 मिनट तक गुफ्तगू चली। मुलाकात के बाद बाहर निकलने पर जाते वक्त शिवपाल ने ओमप्रकाश राजभर से हाथ मिला कर कहा कि फिर मुलाकात होगी।
बेहद गर्मजोशी भरी दोनो की इस मुलाकात से भाजपा के साथ ही सपा में भी हलचल बढ़ गई है और सियासी कयास लगने शुरू हो गए हैं। दोनों की मुलाकात को यूपी की राजनीति की बड़ी मुलाकात के रूप में देखा जा रहा है। बड़ा कारण यह कि राजभर ने मुलाकात से ठीक पहले मीडिया से बातचीत के दौरान बंगला प्रकरण में अखिलेश के प्रति बेहद ही नर्म रवैया दिखाया।
बंगले विवाद को लेकर राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि चाहें कोई भी नेता हो, अखिलेश हों या फिर खुद वो, बंगला खाली करते समय ऐसी हरकत नहीं करेगा। सीएम के ओएसडी और प्रमुख सचिव का नाम इस विवाद में आने के मुद्दे पर राजभर ने कहा कि यह मामला अब पूर्व सीएम और वर्तमान सीएम का है, वे ही इसकी सच्चाई बता सकते हैं।
हालांकि शिवपाल ने इसे सिर्फ और सिर्फ औपचारिक मुलाकात बताया। समाजवादी परिवार में खींचतान और रार को उन्होंने बीते जमाने की बातें करार दिया। जबकि वहीं राजभर से महागठबंधन को लेकर बात पर उनका कहना था आप उन्हीं से पूछ लीजिए तो बेहतर होगा। ज्ञात हो कि शिवपाल बीमार चल रहे कमौली वाले नागा बाबा को देखने के लिए गुरुवार शाम बनारस आए थे।