नई दिल्ली। हाल ही में जिस तरह से अमेरिका और नॉर्थ कोरिया तथा नॉर्थ कोरिया ने दक्षिण कोरिया के साथ विवाद सुलझाने के लिए कदम बढ़ाए हैं। वहीं इसे देखते हुए चीन अब भारत और पाकिस्तान के बीच समिट करवाना चाहता है। भारत में चीनी राजदूत ल्यू झाओहुई ने सोमवार को भारत-चीन संबंधों को लेकर हुए एक कार्यक्रम में इस बात पर चर्चा की।
गौरतलब है कि उन्होंने कहा कि कुछ भारतीय मित्र कहते हैं कि भारत, चीन और पाकिस्तान ट्राइलेटरल समिट कर सकते हैं। अगर चीन, रूस और मंगोलिया ट्राइलेटरल समिट कर सकते हैं तो फिर भारत, चीन और पाकिस्तान क्यों नहीं।
इसके साथ ही उन्होंने डोकलाम विवाद को पीछे छोड़ अब चीन भारत के साथ मिलकर बॉर्डर पर शांति कायम करने की बात भी कही। झाओहुई ने कहा कि हम डोकलाम जैसी कोई घटना फिर खड़ी नहीं कर सकते हैं। ऐसे हालात बॉर्डर पर फिर हों, हम नहीं चाहते। आइए बॉर्डर पर शांति बनाए रखने के लिए संयुक्त प्रयास करें।
ज्ञात हो कि डोकलाम सीमा विवाद के दौरान भारत और चीन की सेना आमने-सामने आ गई थीं। लगभग 72 दिनों तक डोकलाम सीमा पर दोनों देशों के सैनिक डटे रहे थे। इतना ही नही वुहान शिखर वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अनौपचारिक बैठक के दौरान डोकलाम विवाद की कड़वी यादों को पीछे छोड़ द्विपक्षीय संबंधों को आगे ले जाने पर बातचीत हुई थी।