नई दिल्ली। कश्मीर मामले में जहां पूरा देश एक तरफ है वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद द्वारा दिये गये बयान ने जहां कांग्रेस को बैकफुट पर ला दिया है वहीं भाजपा को कांग्रेस को बखूबी आड़े हाथों लेने का मौका भी दे दिया है। इसकी ही बानगी है कि आज भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि लश्कर, कांग्रेस के बयानों का समर्थन करती है। इसलिए आजाद के बयान पर राहुल गांधी और सोनिया गांधी जवाब दें।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 2012 में 72 आतंकी मारे गए और 2013 में 67। वहीं जून 2014 में जब हम सत्ता में आए तो 2014 में 110 आतंकी मारे गए, 2015 में 108, 2016 में 150 और 2017 में 217। इस साल मई 2018 तक 75 आतंकी मार गिराए गए। इसलिए गुलाम नबी आजाद आप अपनी और हमारी सरकार के बीच अतंर देख सकते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने आगे ये भी कहा कि ‘आज जो भाषा कांग्रेस पार्टी के नेता बोल रहें है उसका समर्थन लश्कर-ए-तैयबा कर रही है। किस राजनीतिक लाभ के लिए आज कांग्रेस पार्टी देश को तोड़ने वालों के साथ खड़ी हो गई है? आज कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी की अगुवाई में और सोनिया गांधी के आश्रय में देश को तोड़ने वाली ताकतों को मजबूत कर रही है। आज गुलाम नबी आजाद की टिप्पणी से सबसे ज्यादा खुश वो लोग होंगे जो आंतकवाद का समर्थन कर रहें हैं।’
इतना ही नही बल्कि आतंकियों के मानवाधिकार को लेकर कहा कि ‘क्या औरंगजेब और शुजात बुखारी का मानवाधिकार नहीं था। कांग्रेस में आजाद और सोज अपवाद नहीं हैं, कांग्रेस में पाकिस्तानी प्रॉक्सी ने एक और तरीके से अपनी जगह बनाई है। तारीक हमीद कारा, जो पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं उन्होंने हाल ही में सोनिया गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी जॉइन की है।’
ज्ञात हो कि गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर में सेना के ऑपरेशन को लेकर कहा ता कि इसके चलते आतंकी कम और नागरिक ज्यादा मारे जा रहे हैं। इसके बाद आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने भी उनके इस बयान का समर्थन कर दिया। लश्कर प्रवक्ता अब्दुल्ला गजनवी ने कहा कि कश्मीर में सेना द्वारा नागरिकों को तड़पाया जा रहा है। वहां के नेता गुलाम नबी आजाद ने जो बात कही है वह बिल्कुल सही है।