लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पुलिस के लिए एक बेहद अहम और सख़्त निर्देश जारी करते हुए साफ कहा है कि अब राज्य पुलिस सिविल मामलों में रात में दबिश नहीं देगी। ये जानकारी राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने दी। प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस जघन्य अपराध के अभियुक्त के अलावा अन्य सामान्य अपराध के अभियुक्तों के खिलाफ रात में कार्रवाई या वारंट तमील नहीं करेगी।
गौरतलब है कि गत रविवार की रात यहां आशियाना थाना क्षेत्र में सिविल मामले में वारंट तामील कराने गए पुलिसकॢमयों द्वारा दुव्र्यवहार की घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि राजधानी के एसपी (उत्तरी) अनुराग वत्स को सम्पूर्ण मामले की जांच कर 2 दिन में रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
ज्ञात हो कि रविवार की देर रात पुलिस आशियाना निवासी अरविन्द सिंह के घर पहुंची। सिंह की बेटी का आरोप है कि पुलिस ने जबर्दस्ती घर में घुसने का प्रयास किया। इसके बाद उसने ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी, पुलिस महानिदेशक और अन्य अधिकारियों से पुलिस के दुव्र्यवहार की शिकायत की।
इतना ही नही मुख्यमंत्री ने मंगलवार को लखनऊ के गोमती नगर क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान सिपाही द्वारा युवती को डंडा मारे जाने की घटना को भी गम्भीरता से लिया। उन्होंने घटना से सम्बन्धित दोनों सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने के निर्देश दिए, जिसके बाद सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है।
वहीं सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि एएसपी (लखनउ) चक्रेश मिश्र इस प्रकरण की जांच करेंगे। गोमती नगर के जनेश्वर मिश्र पार्क के सामने मंगलवार शाम को चेकिंग के दौरान पुलिस ने बाइक सवार युवक को डंडा मारा जो युवक के पीछे बैठी युवती की नाक पर लग गया। उसकी नाक टूट गई और वे बेहोश होकर नीचे गिर पड़ी थी।