वहीं जांच-पड़ताल कर रही पुलिस को इसी घर की पिछली वाली दीवार पर 11 पाइप लगे हुए मिले हैं। इन पाइपों के बारे में पड़ोसी भी कुछ नहीं जानते और न ही किसी को इस बारे में कुछ पता है। पुलिस इ पाइपों को परिवार के साथ ही जोड़ कर देख रही है। दीवार पर सबसे ऊपर एक पाइप लगा है जो कि घर की मुखिया नारायण का प्रतीक माना जा रहा है। इन 11 पाइपो में चार सीधे हैं जबकि 7 पाइप मुड़े हुए हैं। इन पाइपों पर पानी के भी कोई निशान नहीं है। ऐसे में पुलिस का शक मजबूत हो गया है कि इसका आध्यात्मिक से कोई कनेक्शन हो सकता है।
बता दें कि रविवार को जैसे ही एक परिवार के 11 सदस्यों की मौत की खबर आई इलाके में ही नहीं पूरे देश में इसको लेकर चर्चा है। इस मामले में पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है लेकिन घर में मिले दो रजिस्टर को लेकर पुलिस की जांच तंत्र-मंत्र की ओर भी है। दरअसल घर के अंदर बने एक छोटे से मंदिर से दो रजिस्टर भी मिले हैं जिसमें मोक्ष को लेकर लिखा गया है।
कॉल डिटेल से सुराग
पुलिस ने कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकाले हैं, उसके आधार पर भी कई सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं। भाटिया परिवार के लोगों ने 28, 29 और 30 जून को करीब 60 लोगों से बातचीत की थी। सभी से पूछताछ की जा रही है। कुछ बाबा और कई लोगों पर शक गहरा रहा है।
वर्ष 2015 से ही चल रहा था आत्मा का चक्कर
पुलिस को घर से दो रजिस्टर मिले हैं उसमें अगस्त 2015 से लिखना शुरू किया गया था। जिसमें 30 जून की शाम तक लिखा गया है। पुलिस की मानें तो ललित पर अपने पिता की आत्मा आती थी। परिवार वालों ने कई बाबाओं से आत्मा को शांत करने के लिए संपर्क किया था। जिसके बारे में किसी को भनक तक नहीं पडऩे दी गई। शनिवार रात भी तंत्र साधना की गई थी। इस प्रक्रिया में एक बरगद के पेड़ की शाखाओं की तरह से सभी सदस्यों को लटकना था। जबकि ललित को बरगद का तना बनना था। परिवार को यकीन था कि मरने से पहले ललित पर पिता की आत्मा आएगी तो वह सभी को बचा लेगा। इसके बाद आत्मा से मुक्ति मिल जाएगी और उनके मोक्ष का रास्ता भी खुल जाएगा। पुलिस को शव भी बरगद के पेड़ से लटके हुए अंदाज में मिले। जांच में पुलिस को परिवार वाले के मोबाइलों में तंत्रमंत्र की साइटों और वीडियो के लिंक भी मिले हैं। जिसे सब्सक्राइब भी किया गया था। फेसबुक वाल पर भी इसी तरह की सामग्री मिली है।