डेस्क। उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में लगातार अपनी पार्टी की होती करारी हार का असर अब भाजपा के चाणक्य अमित शाह पर भी होने लगा है। तभी उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की ताजातरीन दोस्ती से कार्यकर्ताओं को चौकन्ना रहने की नसीहत दी साथ ही ये भी कहा है कि महागठबंधन में कोई दम नहीं है लेकिन फिर भी उससे हमेशा सावधान रहना जरूरी होता है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव की तैयारियों को परखने आए शाह ने बुधवार देर शाम करीब 3000 पदाधिकारियों एवं सोशल मीडिया के स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए सवालिया लहजे में कहा कि बुआ-भतीजे का गठबंधन असर दिखाएगा,इस पर वहां मौजूद भीड़ ने एक स्वर में कहा कि कोई असर नहीं पड़ेगा।
लेकिन इस जवाब से शाह सहमत नही हुए और बोले इस गलतफहमी में मत रहिये। मैं आपके सामने हूं इसलिए आप ऐसा कह रहे हैं। उन्होंने पदाधिकारियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि महागठबंधन में कोई दम नहीं है, लेकिन दुश्मन को कभी कमजोर नहीं समझना तथा उससे हमेशा सावधान रहना जरूरी होता है।
जानकारों की मानें तो अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान शाह पर हाल के उपचुनावों में अपनी पार्टी की करार हार का असर और अभी भी पार्टी की तैयारियों में जारी तमाम कसर हावी रहे तभी वो कार्यकर्ताओं से बोले सपा एवं बसपा के संभावित गठबंधन से सावधान रहें और बुआ-भतीजे को हल्के में न लें।