लखनऊ। उत्तर प्रदेश के जनपद गोरखपुर में आज जीआरपी और आरपीएफ के मिले जुले प्रयास से मानव तस्करी का एक बड़ा मामला पकड़ा गया है। हालांकि अभी मामला पूरी तरह से साफ नही हो सका है लेकिन फिर भी माना जा रहा है कि उन सभी बच्चियों को संभवतः बेचने के लिए ले जाया रहा था।
मिली जानकारी के मुताबिक राजकीय रेलवे पुलिस ने मानव तस्करी की सूचना पर अवध एक्सप्रेस से आगरा जा रही 26 बच्चियों को बरामद कर 2 लोगों को हिरासत में ले लिया है। राजकीय रेलवे पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बिहार के मुजफफरपुर से बांद्रा जा रही अवध एक्सप्रेस के कोच संख्या एस-5 में नरकटियागंज के पास 26 छोटी बच्चियों के साथ 2 व्यक्ति सवार हुए।
मानव तस्करी के संदेह पर यात्रियों ने इसकी सूचना ट्वीटर के जरिए रेल मंत्रालय, पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक और अन्य अधिकारियों को दी। कंट्रोल रूम से यह सूचना प्रसारित होने पर राजकीय रेलवे पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल के जवान घेराबंदी में जुट गए और कप्तानगंज रेलवे स्टेशन पर सादे कपड़े में 2 रेलवे सुरक्षा बल के जवान कोच में बैठ गए और रात गोरखपुर स्टेशन पहुंचने पर कोच में सवार 26 बच्चियों को नरचे उतार लिया गया।
उन्होंने बताया कि बच्चियों के साथ में मौजूद बिहार पश्चिम चम्पारण के कोकिलाडीह, लाक्रिया निवासी सफदर और सहमौली पकड़ी निवासी शेख आशा को हिरासत में ले लिया गया। उन्होंने बताया कि हिरासत में लिए गए दोनों ने स्वीकार किया कि बच्चियों को पढ़ाने के लिए आगरा के एक मदरसे में ले जा रहे थे। पुलिस मदरसे का नाम और पता पूंछने के बाद दोनो के दावे को तस्दीक करने में लगी हुई है। ट्रेन से उतारी गई सभी बच्चियां 10 से 14 वर्ष के बीच की हैं।
उम्मीद जतायी जा रही है कि जल्द ही इसमें न सिर्फ कोई बड़ा खुलासा होगा बल्कि प्रदेश में फैले मानव तस्करी खासकर बाल तस्करी के गैंग और इससे जुड़े लोगों का खुलासा होगा। गौरतलब है कि देश और प्रदेश में काफी संख्या में बच्चे और बच्चियां लापता होते हैं जिनमें कुछ एक तो मिल जाते हैं वहीं अधिकांशतः मामलों में उनका पता नही चल पाता है।
वहीं ऐसे में पुलिस भी कुछ समय बाद अपने और मामलों में उलझ जाती है तथा परिवारीजन भी एक निश्चित समय के बाद हिम्मत हार कर और मन मार कर दिल पर पत्थर रख लेते हैं। फिलहाल इसे एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा सकता है।