कोलकत्ता। पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में एक रैली को स्रबोधित करतें हुए प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जोरदार प्रहार किया और कहा कि दशकों के वामपंथी शासन ने पश्चिम बंगाल को पहुंचाया जिस हाल में, आज के हालात उससे भी बदतर होते जा रहे हैं बंगाल में।
उन्होंने कहा बंगाल में बीजेपी के दलित कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया गया है। एक तरह से लोकतंत्र को लहू-लुहान कर दिया गया है। बंगाल में हुए पंचायत के चुनावों में हिंसा और आंतक का माहौल होने के बाबजूद जिस प्रकार से बंगाल की जनता ने बीजेपी को समर्थन दिया है उसके लिए मैं जनता को धन्यवाद देता हूं।
इसके साथ ही ममता पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा, मां-माटी-मानुष की बात करने वालों का पिछले 8 साल में असली चेहरा और उनका सिंडिकेट सामने आ चुका है। सिंडिकेट की मर्जी के बिना पश्चिम बंगाल में कुछ भी करना मुश्किल हो गया है। बंगाल में नई कंपनी खोलनी हो, नए अस्पताल खोलने हों, नए स्कूल खोलने हों, नई सड़क बनानी हो, बिना सिंडिकेट को चढ़ावा दिए, उसकी स्वीकृति लिए, कुछ भी नहीं हो सकता।
वहीं उन्होंने कहा कि उनकी सरकार 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने की दिशा में काम कर रही है। किसान हमारे अन्नदाता और गांव हमारे देश की आत्मा हैं। कोई भी समाज तब तक आगे नहीं बढ़ सकता। अगर देश का किसान उपेक्षित हों तो कोई भी देश आगे नहीं बढ़ सकता है।
उन्होंने कहा कि किसानों को MSP सही मिले इसके लिए किसान मांग करते रहे, आन्दोलन करते रहे लेकिन दिल्ली में बैठी सरकार ने किसानों की एक न सुनी। केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद हमारी सरकार ने किसानों को डेढ़ गुणा समर्थन मूल्य देने का निर्णय ले लिया।
उन्होंने कहा कि देश आज परिवर्तन के बड़े दौर से गुजर रहा है, स्वतंत्रता आन्दोलन के समय जिस प्रकार एक संकल्प लेकर उसे सिद्ध किया गया था वैसे ही समग्र देश में आज ‘संकल्प से सिद्धि’ की यात्रा आगे बढ़ रही है।