नई दिल्ली। समाज में अपनी एक खास पहचान और स्थान रखने वाली शख्सियतों को अपने आचार-व्यवहार और उदबोधन पर विशेष ध्यान रखना चाहिए कि उनकी कही कोई बात से कोई विवाद खड़ा न हो। लेकिन ऐसा कम ही होता है अधिकांशतः लोग अपनी रौ में बह जाते हैं और ऐसा कुछ कह जाते हैं कि ऐसे हालात पैदा हो जाते हैं जो उनके और समाज दोनों के लिए घातक साबित होते हैं। ऐसा ही कुछ आज झारखण्ड में स्वामी अग्निवेया के साथ हुआ जब उन्होंने गौ मांस पर ऐसा कुछ कह डाला कि लोगों ने उन्हे तबीयत से धो डाला।
गौरतलब है कि झारखंड के पाकुड़ में स्वामी अग्निवेश के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया। यह मामला मंगलवार की सुबह का है। पहाड़िया महा सम्मेलन में भाग लेने आए स्वामी अग्निवेश के साथ पाकुड़ में विद्यार्थी परिषद व भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मारपीट की।
दरअसल कार्यकर्ता स्वामी के पाकुड़ दौरे का विरोध कर रहे थे। इस दौरान काला झंडा दिखाने के दौरान मारपीट हो गई। मारपीट में स्वामी के कपड़े फट गए। स्वामी ने गोमांस पर बयान दिया था कि गोमांस खाना चाहिए। इससे आक्रोशित हो भाजयुमो व अभाविप ने हमला किया।
बताया जाता है कि यहां पर मुख्य रूप से पहाड़िया समुदाय के लोग राज करते थे। जमीन की खरीद बिक्री को लेकर उनके द्वारा पेशा कानून लागू किया गया था। पहाड़िया हिल एसेंबली महासभा के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आज ही स्वामी अग्निवेश पाकुड़ पहुंचे थे। स्वामी अग्निवेश ने पाकुड़ में होटल मुस्कान में सबसे पहले प्रेस वार्ता की।
वहीं पूर्व में स्वामी अग्निवेश ने गोमांस को लेकर विवादित बयान दिया था। जिसमें उन्होने कहा था कि गोमांस खाना चाहिए। इसी बयान से भारतीय जनता युवा मोर्चा व एबीवीपी के कार्यकर्ता नाराज थे। जैसे ही वो सम्मेलन में जाने के लिए निकले वैसे ही उनपर हमला कर दिया गया। मारने के साथ कपड़ा भी फाड़ दिया। घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। किसी प्रकार इन्हे बचाकर होटल ले गई जहां इनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं इनका इलाज होटल में ही किया जा रहा है।