नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर 12 घंटे की लंबी चर्चा के बाद लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान किया गया। जिसमें प्रस्ताव के समर्थन में 126 सांसदों ने वोट किया जबकि इस प्रस्ताव के खिलाफ 325 सांसदों ने वोट दिया। इस प्रक्रिया में कुल 451 सांसदों ने भाग लिया। मतदान से पहले सांसदों को वोटिंग के बारे में बताया गया।
वहीं इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज देश ने विपक्ष की नकारात्मकता देखी है। यह कैसी नकारात्मकता है,कैसा विरोध का भाव है, न बहुमत, न नंबर फिर भी अविश्वास प्रस्ताव आया। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि आज देश ने विपक्ष की नकारात्मकता देखी है। यह कैसी नकारात्मकता है,कैसा विरोध का भाव है, न बहुमत, न नंबर फिर भी अविश्वास प्रस्ताव आया।
पीएम मोदी ने राहुल गांधी के गले मिलने पर तंज करते हुए कहा कि बिना चर्चा-बिना वोटिंग मुझे उठने को कहा गया लेकिन यहां से उठाने और बैठाने का अधिकार जनता को है। जो कहते थे कि हम खड़े होंगे तो वो खड़े नहीं हो पाएंगे लेकिन आज मैं खड़ा भी हूं और 4 साल के काम पर अड़ा भी हूं।
इतना ही नही उन्होंने कहा कि यह सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं बल्कि विपक्ष का फ्लोर टेस्ट है। विपक्ष अपने कुनबे को बिखेरने से रोकना चाहता है। उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष को अपने साथियों की परीक्षा लेनी है तो कम से कम सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव तो न लाईए। हम यहां सवा सौ करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद से आए हैं।
साथ ही उन्होंने कहाकि कांग्रेस पार्टी जमीन से कट चुकी है वहीं कांग्रस के चौकीदार और भ्रागीदार के तंज का जवाब देते हुए कहा कि मैं गर्व के साथ कह सकता हूं हम चौकीदार, भागीदार हैं पर हम आपकी तरह ठेकेदार, सौदागर नहीं हैं। आंख में आंख डालकर आज सत्य को बार-बार कुचला गया है। आप नामदार है, हम कामदार है। मैं गरीब का बेटा आपसे आंख क्या मिलाऊंगा। राहुल पर पीएम मोदी का पलटवार, हम कौन होते हैं जो आपकी आंख में आख डाल सकें, हम आपकी आंख में आंख नहीं डाल सकते।
हालांकि पीएम मोदी के अभिभाषण के दौरान विपक्ष का हंगामा जारी है। उन्होंने पिछले चार सालों में किए गए विकास कार्यों को सदन के समक्ष प्रस्तुत किया। पीएम ने बेटी-बढ़ाओ, बेटी पढ़ाओ, विद्युतीकरण योजना, यूरिया में नीम कोटिंग, एमएसपी बढ़ाने, जनधन खाता, और ऑनलाइन सेवाओं का विशेष उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया, जीएसटी से भारतीय इकोनामी को फायदा हो रहा है। भारत छठवें नंबर की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। हम 5 बिलियन की इकोनामी बनने की दिशा में बढ़ रहे हैं। काले धन के खिलाफ हमारी लड़ाई रुकने वाली नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमने टेक्नोलॉजी के उपयोग से भ्रष्टाचार को कम किया। हम शेल कंपनियों के खिलाफ काम कर रहे हैं। बेनामी संपत्ति कानून को लेकर विपक्ष पर तंज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वो कौन लोग थे जो इस कानून का विरोध कर रहे थे।
अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत के बढ़ते गौरव पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को अपने पर विश्वास नहीं है इसलिए वह ईवीएम, चुनाव आयोग, योग दिवस, स्वच्छ भारत अभियान किसी पर विश्वास नहीं करते हैं।
वहीं उन्होंने राफेल डील पर बोलते हुए कहा कि यह बचकानी हरकत है। हम देश की सुरक्षा के साथ ऐसा खिलवाड़ कब तक करते रहेंगे। विपक्ष के बयान पर भारत और फ्रांस दोनों को बयान जारी करना पड़ा। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर हमें राजनीति करने से बचा जाए।
पीएम मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सेनाध्यक्ष पर की गई टिप्पणी पर भी विपक्ष को घेरा। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला स्ट्राइक करने पर देश कभी मांफ नहीं करेगा। यह सेना को अपमानित करने का काम था। इसे हमें रोकना होगा।
जबकि उन्होंने डोकलाम पर बोलत हुए कहा कि जिस बात की जानकारी न हो उस पर बोलने से पहले उसे समझना चाहिए। पीएम ने कहा कि जब सारा देश डोकलाम को लेकर एक थी तब विपक्ष के लोग उनके साथ बैठे थे। कोई कहता था कि वो चीनी राजदूत से मिले कोई कहता था कि नहीं मिले। लेकिन, चीनी राजदूत की तरफ से आए प्रेस रिलीज से यह बात साफ हो गई की इनकी मुलाकात हुई थी।
पीएम मोदी ने वर्ष 1999 में कांग्रेस द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर भी कांग्रेस पर हमला किया। उन्होंने कहा कि तब बोला गया कि हमारे पास बहुमत है और अविश्वास प्रस्ताव लाकर अटल जी की सरकार को 1 वोट से गिरा दिया लेकिन ये बाद में बहुमत सिद्ध नहीं कर सके और देश में फिर चुनाव हुए। उन्होंने कहा कि एक परिवार के सपनों आकांक्षाओं के सामने जो भी आया उसे हटा दिया गया।
पेट्रोलियम को जीएसटी से बाहर रखने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि यह मेरा नहीं बल्कि पिछली कांग्रेस सरकारों के द्वारा किया गया फैसला था। जिसे लेकर विपक्ष ने भी हंगामा किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष झूठ फैलाकर लोगों को गुमराह कर रहा है। लोग बाबा साहेब के नीतियों को न मानने वाले लोग आज उनका गुणगान कर रहे हैं। आरक्षण खत्म करने की अफवाह फैलाई गई। कांग्रेस ने स्वार्थ के लिए लोकतंत्र को दांव पर लगाया।
इसी प्रकार तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के मुद्दे पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इन दोनों राज्यों का विभाजन ही असमान हुआ है। फिर भी हम किसी भी राज्य के विकास में कोई कमी नहीं होने देगें। इसके लिए आंध्र प्रदेश के लिए स्पेशल पैकेज भी बनाया गया। टीडीपी ने अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए एनडीए से बाहर गई। पीएम ने कहा कि मैनें चंद्रबाबू नायडू से कहा था कि आप वाइएसआर के जाल में फंस रहे हैं लेकिन वह नहीं माने।
हम किसी भी राज्य तो विशेष पैकेज देतें हैं तो उसका प्रभाव अन्य क्षेत्रों में भी पड़ता है। उन्होने कहा कि हम आंध्र की जनता को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हम आंध्र के विकास के लिए काम करते रहेंगे। किसानों के बारे में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमने एमएसपी को डेढ़ गुना किया। सरकार ने किसानों से किया गया अपना वादा निभाया। लेकिन, पिछली सरकार ने इस संबंध में कुछ भी नहीं किया।
इसके अलावा बैंको में बढ़ते एनपीए पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि आजादी के बाद 60 सालों में बैंकों ने 18 लाख करोड़ रुपए का लोन दिया जबकि वर्ष 2008 से 2014 तक कांग्रेस ने 6 साल में 52 लाख का लोन बांटा। यह एनपीए का जंजाल भारत की बैंकिंग व्यवस्था के लिए एक बारूदी सुरंग है। लोग लोन को चुकाने के लिए लोन लेने लगे। हमने एनपीए की जांच के लिए नए मैकेनिज्म बनाए हैं। हमने 3 बड़े मामलों में 55 प्रतिशत की रिकवरी की है।
वहीं इससे पूर्व विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत कई अन्य नेताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ अपनी अपनी बाते रखीं। जिसका बखूबी प्रधानमंत्री मोदी ने जवाब भी दिया और बाकायदा हिसाब भी दिया।