नई दिल्ली। राफेल डील पर कांग्रेस और सरकार के बीच रार बढ़ती ही जा रही है इतना ही नही कांग्रेस इस मामले में अब विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने के लिए अपनी कमर कस चुकी है। जिसक तहत जहां कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी के इस मामले में प्रधानमंत्री के खिलाफ लोकसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएगी। इसके साथ ही इस मामले पर संसद में बोलने वाली रक्षा मंत्री निर्मला सीतारामन के खिलाफ भी नोटिस लाने की तैयारी है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर राफेल विमान की खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने कहा था कि, रक्षामंत्री निर्मला सीतारामन ने पीएम मोदी के दवाब में राफेल डील को लेकर देश से झूठ बोला।
हालांकि वहीं राहुल गांधी के बयान को फ्रांस सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया था। राहुल के बयान पर फ्रांस सरकार ने प्रतिक्रिया जारी करते हुए कहा था कि, राफेल डील की जानकारी दोनों देश सार्वजनिक नहीं कर सकते हैं।
साथ ही फ्रांस की सरकार ने कहा था कि, ‘हमें भारतीय संसद में राहुल गांधी के बयान की जानकारी मिली है। फ्रांस और भारत के बीच 2008 में सुरक्षा समझौता हुआ था, जिसके तहत दोनों देशों के बीच होने वाली डिफेंस डील की जानकारी गोपनीय रखी जाती है, ताकि सुरक्षा और ऑपरेशनल संभावनाएं प्रभावित न हों। यही प्रावधान 23 सितंबर 2016 को भारत-फ्रांस के बीच हुए 36 राफेल हवाई जहाज और उनके हथियारों की डील पर भी लागू होता है।
जबकि फ्रांस सरकार के बयान के बावजूद राहुल गांधी ने कहा था कि, वो अब भी संसद में दिए गए अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा- अगर वे (फ्रांस) मना करना चाहते हैं तो उन्हें करने दो। फ्रांस के राष्ट्रपति ने मेरे सामने ये बात कही थी, उस वक्त मेरे साथ आनंद शर्मा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी थे।