लखनऊ। प्रदेश में दिन-ब-दिन बढ़ते बाढ़ के हालातों के मद्देनजर मुख्यमंत्री बेहद गंभीर हैं। इसी के चलते आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को खीरी जिले में हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ के हालात देखे। इसके बाद उन्होंने समीक्षा बैठक में अफसरों को निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि बाढ़ राहत कार्य के लिए अफसर दिन और रात न देखें, 24 घंटा सक्रिय रहें। इसके लिए जिले को 46 करोड़ का बजट रिलीज किया गया है।
गौरतलब है कि शारदानगर में सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने अब तक बाढ़ से बचाव के लिए की गई तैयारियों का ब्योरा मांगा। डीएम शैलेंद्र सिंह ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए 397 नावें व 79 गोताखोरों की व्यवस्था की गई है। एनडीआरएफ वाराणसी से लगातार सम्पर्क बना हुआ है।
वहीं इस दौरान मुख्यमंत्री ने रेहरिया कलां गांव के हालात के बारे में पूछा, जहां एक दिन पहले बाढ़ नियंत्रण मंत्री स्वाति सिंह गई थीं। डीएम ने बताया कि उस गांव में दो नदियां कटान कर रही हैं। समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बात की। बताया कि प्रदेश के 40 जिले बाढ़ के लिहाज से अतिसंवेदनशील हैं। पहले से इन क्षेत्रों की स्थिति की जानकारी मिल गई थी।
साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयास से हम जन हानि रोकने में कामयाब रहे। मुख्यमंत्री ने बताया कि खीरी जिले के लिए 46 करोड़ रुपये रिलीज किए गए हैं। बैठक में राज्यमंत्री सिंचाई बलदेव सिंह औलख, प्रभारी मंत्री गुलाब देवी, राहत आयुक्त संजय कुमार मौजूद रहे।