नई दिल्ली! असम के राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्ट्रर पर विवाद थमता नहीं दिख रहा. योग गुरु बाबा रामदेव ने एनआरसी को देश के हित में और अवैध प्रवासियों को भारत के लिए खतरा बताया है. रामदेव का कहना है, ‘भारत में तीन से चार करोड़ लोग अवैध तरीके से रहते हैं. इसमें रोहिंग्या ऊपर से और आ गए, जिनको गलत तरीके से ट्रेनिंग दी गई है. वो (रोहिंग्या) यहां बस गए, तो यहां 10 कश्मीर और तैयार हो जाएंगे.’
रामदेव ने ये बातें शुक्रवार को हरियाणा के रोहतक में दयानंद मठ में कही. रोहिंग्याओं को भारत में शरण देने पर रामदेव ने चिंता जाहिर करते हुए कहा, ‘पहले ही एक कश्मीर की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा. अब जिस तरह से लोग अवैध रूप से भारत में घुसते जा रहे हैं, उससे 10 कश्मीर और तैयार होने जा रहे हैं.’
रामदेव ने कहा, ‘चाहे वो बांग्लादेशी, पाकिस्तानी, रोहिंग्या या यहां तक कि अमेरिकी ही क्यों न हों, अवैध प्रवासियों ने हमेशा से भारत की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा पैदा किया है. इस लिहाज से उन सभी को निर्वासित किया जाना चाहिए.’
उन्होंने कहा कि हम एक ही कश्मीर को संभालने में सक्षम नहीं हैं और अगर रोहिंग्याओं को यहां रहने की इजाजत दे दी गई, तो सोचिए क्या हालात हो जाएंगे. योगगुरु ने यह भी कहा कि देश को ऐसे कानूनों की जरूरत है, जो खासतौर पर पिछड़े वर्गों में क्रीमी लेयर्स को परिभाषित करें. क्रीमी लेयर्स को आरक्षण में शामिल नहीं किया जाना चाहिए. रामदेव ने कहा कि आज भी समाज में ऐसे कई वर्ग हैं, जिन्हें आरक्षण की सख्त जरूरत है, लेकिन आर्थिक रूप से सुरक्षित लोग, चाहे वे किसी भी जाति या धर्म से संबंधित हों, उन्हें आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए.