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भावभीनी श्रद्धांजली: देश को हुई क्षति अपूरणीय, शेष रह गई यादें अविस्मरणीय

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नई दिल्ली। एक विराट व्यक्तित्व कवि, पत्रकार और महान नेता एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अब हम सबके बीच नही रहे। हाल ही में एम करूणानिधी एवं सोमनाथ चटर्जी जैसे बड़े नेताओं की क्षति से देश उबर भी नही पाया था कि एक और बहुत ही बड़ी क्षति से आज देश को दो चार होना पड़ा।

गौरतलब है कि लंबे समय से बीमार चल रहे अटल जी ने गुरुवार शाम 5 बजकर 5 मिनट पर आखिरी सांस ली। वह 93 साल के थे। वाजपेयी को सांस लेने में परेशानी, यूरीन व किडनी में संक्रमण होने के कारण 11 जून को एम्स में भर्ती किया गया था। 15 अगस्‍त को उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था।

बताया जाता है कि कुछ ही देर बार उनका पार्थिव शरीर एम्‍स से बाहर लाया जाएगा। उनका पार्थिव शरीर उनके निवास पर ले जाया जाएगा। जहां पहले से उनकी हाल को देखते संभवतः तैयारी कर ली गई थी। शुक्रवार सुबह उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए भाजपा मुख्‍यालय ले जाया जाएगा।

इस सबके मद्देनजर ही अस्पताल के बाहर हलचल तेज हो गई, रास्ते बंद कर दिए गए और एम्स के बाहर खड़े वाहनों को हटाया जा रहा था। पुलिस ने भी बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं और सुरक्षा भी बढ़ा दी गई थी। इसके बाद अब तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे।

जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह वाजपेयी को सांस लेने में तकलीफ हुई थी। इसके बाद उन्हें जरूरी दवाइयां दी गई थीं, लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया। भाजपा के संस्थापकों में शामिल वाजपेयी 3 बार देश के प्रधानमंत्री रहे। वह पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री रहे, जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया। उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

ज्ञात हो कि वाजपेयी काफी दिनों से बीमार थे और वह करीब 15 साल पहले राजनीति से संन्यास ले चुके थे। अटल बिहारी वाजपेयी ने लाल कृष्ण आडवाणी के साथ मिलकर भाजपा की स्थापना की थी और उसे सत्ता के शिखर पहुंचाया। भारतीय राजनीति में अटल-आडवाणी की जोड़ी सुपरहिट साबित हुई।

अगर तमाम जानकारों की मानें तो अटल बिहारी देश के उन चुनिन्दा राजनेताओं में से एक थे, जिन्हें दूरदर्शी माना जाता था। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में ऐसे कई फैसले लिए जिसने देश और उनके खुद के राजनीतिक छवि को काफी मजबूती दी।

आज जब देश के सर्वप्रिय और सर्वमान्य महान नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की हालत बेहद ही नाजुक हो चली है ऐसी जानकारी मिलते ही जहां PM मोदी उनके हाल लेने और डाक्टरों से विचार विमर्श करने एम्स पहुंचे थे वहीं देश भर के तमाम नेताओं का उनको देखने आने का सिलसिला जारी है। इसके साथ ही देश भर में अटल जी की हालत में सुधार के लिए प्रार्थनाओं और दुआओं का दौर जारी रहा था।

क्योंकि अटल जी की हालत कल के मुकाबले आज और भी ज्यादा नाजुक हो गई है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। उनका हालचाल जानने के लिये दोबारा पीएम नरेन्द्र मोदी एम्स पहुंचे। इससे पहले, वह बुधवार की शाम को भी एम्स पहुंचे थे। जहां पर वे करीब 50 मिनट तक वहां पर रहे थे।

इसे अटल जी के विराट व्यक्तित्व की बानगी ही कहेंगे कि चाहे पक्ष हो या फिर विपक्ष हर किसी को वो न सिर्फ भाते थे बल्कि हर किसी के दिल में उतर जाते थे। इसी के चलते आज उनके लिए हर कोई ही दुआ कर रहा था। इतना ही नही हर दल के नेताओं का उनके हाल जानने के लिए एम्स पहुंचने का सिलसिला अनवरत जारी था।

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