लखनऊ। प्रदेश के जनपद अंबेडकर नगर में आज सुबह पुरानी रंजिश के चलते बसपा के एक बड़े नेता की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। इस दौरान फायरिंग में दो राहगीर भी घायल हो गए। वहीं घटनाक की सूचना मिलते ही तमाम कार्यकर्ताओं का जमावड़ा अस्पताल के बाहर लग गया। साथ ही तमाम आला अफसरों ने मौके पर पहुंच छानबीन शुरू कर दी।
मिली जानकारी के मुताबिक अंबेडकरनगर में हंसवार थाना क्षेत्र के नसीराबाद निवासी बसपा नेता जुगराम यादव सोमवार सुबह अपनी जीप में सवार होकर गांव से टांडा शहर जा रहे थे। गाड़ी उनका चालक सुनीत यादव चला रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक 9:30 बजे के करीब गाड़ी जब रामपुर स्थल के पास पहुंची तभी दो बाइकों पर सवार 6 अज्ञात लोगों ने दोनों तरफ से उन्हें घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर शुरू दी।
करीब छह राउंड फायरिंग में जुगराम और चालक सुनीत को सीने समेत शरीर में कई जगह गोलियां लगीं। इस दौरान उधर से गुजर रहे दो राहगीरों को भी गोलियां लगीं। सरेआम हुई इस घटना से भगदड़ मच गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को अस्पताल पहुंचाया। यहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने बसपा नेता और उनके चालक को मृत घोषित कर दिया।
बसपा नेता जुगराम पर इससे पहले भी दो बार जानलेवा हमला हो चुका था। एक बार वे बाल-बाल बच गए जबकि एक बार 9 गोलियां लगने के बाद भी उन्होंने मौत को मात दी। लेकिन, सोमवार को हुए हमले में वे जिंदगी की जंग हार गए। वहीं, जुगराम के खिलाफ कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। हंसवर थाने में 11 मुकदमे जबकि एक मुकदमा मुंबई में दर्ज है।
सूत्रों के मुताबिक माफिया खान मुबारक से जुगराम की पुरानी रंजिश चली आ रही थी। एक साल पहले भी उसने हमला करवाया था। आशंका जताई जा रही है कि खान मुबारक ने ही हत्या करवाई है। वहीं इस घटना पर बसपा नेता पूर्व मंत्री लालजी वर्मा ने आक्रोश जताते हुए कहा कि जुगराम की सुरक्षा पर ध्यान दिया गया होता तो यह नौबत न आती। पहले भी उन पर हमले हुए थे, जिसके मद्देनजर प्रशासन को उन्हें सुरक्षा मुहैया करानी थी।