लखनऊ। प्रदेश सरकार के दोनों ही उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या तथा दिनेश शर्मा को दो अलग अलग मामलों में अदालत से दो चार होना पड़ा। जिसके तहत जहां उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन मामले में प्रयागराज अदालत में समर्पण कर दिया। जबकि वहीं उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा सीता के जन्म को टेस्ट ट्यूब बेबी से जोड़ने के मामले में कोर्ट से बड़ी राहत मिल गई है।
गौरतलब है कि केशव मौर्या पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़े 2 मामलों सहित 10 साल पुराने दुर्गा पूजा पांडाल समिति में हुए विवाद मामले में केस दर्ज है। जिसके चलते आज समर्पण करते ही मौर्य के वकील ने कोर्ट में जमानत की अर्जी दाखिल की है जिसमें कुछ ही देर में सुनवाई होगी। इन दोनों मामलों की सुनवाई स्पेशल फास्ट ट्रैक कोर्ट करेगी। जिसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गठित किया गया है।
वहीं इसके साथ ही प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा सीता के जन्म को टेस्ट ट्यूब बेबी से जोड़ने के मामले में कोर्ट से बड़ी राहत मिल गई है। शर्मा के खिलाफ दाखिल परिवाद पर वादी ने मुकदमा लडने से मना कर दिया है। वादी के मना करने के बाद स्पेशल कोर्ट (एमपी एमएलए) के जज पवन कुमार तिवारी ने परिवाद खारिज कर दिया।
जानकारी मुताबिक वादी का कहना था कि 31 मई,2018 को दिनेश शर्मा ने एक कार्यक्रम में सीता जी को टेस्ट ट्यूब बेबी, हवाई जहाज की तुलना पुष्पक विमान और महाभारत के संजय की तुलना टीवी से की थी। उपमुख्यमंत्री के इसी बयान पर विक्रम सिंह ने अपनी धार्मिक भावना आहत होने का हवाला देकर मिर्जापुर जिला न्यायालय में परिवाद दाखिल किया था।