लखनऊ। प्रदेश के जनपद कुशीनगर में आज एक बड़ा हादसा होने से उस वक्त बच गया जब वायुसेना का एक लड़ाकू विमान खराबी के चलते दुर्घटनाग्रस्त हो गया। लेकिन पॉयलट की सूझबूझ के चलते विमान रिहाईशी इलाके के बजाय एक खेत में गिरा वहीं पॉयलट ने भी अपनी जान बचा ली।
मिली जानकारी के मुताबिक जनपद कुशीनगर के हेतिमपुर में भारतीय वायुसेना का जगुआर लड़ाकू विमान क्रैश हो गया था। विमान नियमित अभ्यास पर था। यह विमान प्रशिक्षण उड़ान पर था। जगुआर विमान ने गोरखपुर एयरबेस से उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के दस मिनट बाद ही विमान का संपर्क एयरबेस से संपर्क टूट गया था। सुपर सोनिक विमान जगुआर उड़ान भरने के बाद क्रैश हो गया।
उन्होंने बताया कि गोरखपुर वायुसेना स्टेशन से सुबह उड़ान भरने के बाद भारतीय वायुसेना का जगुआर लड़ाकू विमान कुशीनगर में हेतिमपुर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में पायलट पैराशूट की मदद से सुरक्षित नीचे उतर गया। यह विमान भारतीय वायुसेना में काफी समय से शामिल रहा है। वायुसेना ने हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दे दिया है।
साथ ही बताया जा रहा है विंग कमांडर कटूच ने जान हथेली रखकर सैकड़ों लोगों की जान बचाई। प्रत्यक्षदर्शियों ने आकाश में आग की लपटों में घिरे जगुआर को हेतिमपुर पुल के ऊपर उड़ते देखा तो घबड़ा गए। करीब आधा किलोमीटर दूर से उन्हें विमान दिखाई दे रहा था।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक विमान तेजी से छोटी गंडक नदी की ओर बढ़ रहा था। पॉयलट की कोशिश शायद विमान को छोटी गंडक नदी में गिराने की थी। लेकिन इसके पहले ही खतरा जब जानलेवा होता नज़र आया तो विमान को आटो मोड में डालकर वह पैराशूट से कूद गए। हेतिमपुर सदर से करीब सौ मीटर आगे कस्बे और नदी के बीच स्थित एक खेत में विमान गिर गया।
दरअसल विमान जिस जगह पर गिरा उसके तीन सौ मीटर के दायरे में ही आबादी है। विमान से उठती आग की लपटों और धुएं को देख ग्रामीणों में भगदड़ मच गई। वे भागकर विमान गिरने की जगह पर पहुंचे। थोड़ी ही देर में जिलाधिकारी, एसएसपी सहित जिले के सभी बड़े अफसर मौके पर पहुंच गए। वायुसेना केंद्र गोरखपुर से एक हेलीकाप्टर से राहत दल भी मौके पर पहुंच गया।