वेनेजुएला. देवी-देवताओं की पूजा तो हर जगह होती है, कहीं पेड़-पौधों की पूजा किए जाने की बात भी सुनी गई है, लेकिन दुनिया में एक देश ऐसा भी है जहां खूंखार क्रिमिनल्स की पूजा की जाती है और बाकायदा उनकी मूर्तियां बनाई गई हैं. यह देश है लैटिन अमेरिका का वेनेजुएला. यहां के लोग खूंखार अपराधियों की मूर्तियां बना कर उनकी पूजा करते हैं और चढ़ावा भी चढ़ाते हैं.
अक्सर उन्हें शराब चढ़ाई जाती है, क्योंकि क्रिमिनल्स शराब पीना काफी पसंद करते हैं. इन अपराधियों की पूजा देवताओं की तरह की जाती है. यहां पुराने जमाने के मशहूर अपराधियों की मूर्तियां भी रखी गई हैं. स्पेनिश भाषा में इन्हें सैंटोस मैनलेन्ड्रो कहा जाता है. इन्हें देखने दूर-दूर से लोग आते हैं.
क्यों करते हैं इनकी पूजा
लोगों का कहना है कि वेनेजुएला में जिन अपराधियों की पूजा मूर्ति बना कर की जाती है, उनकी छवि जनता में रॉबिनहुड की है. रॉबिनहुड पुराने जमाने का एक ऐसा डाकू था जो अमीरों को लूट कर गरीबों की मदद करता था. वेनेजुएला में जिन अपराधियों की मूर्तियों की पूजा की जाती है, वे भी ऐसे ही रहे हैं. इन अपराधियों ने हमेशा धनी लोगों को ही लूटा और वह संपत्ति गरीबों के बीच बांट दी. ऐसे अपराधियों में मैनलेन्ड्रो काफी मशहूर रहा है. इसलिए उसे देवता का दर्जा हासिल है. यहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर इनकी पूजा नहीं की जाएगी तो ये नाराज हो जाएंगे.
संकट से बचाते हैं ये
वेनेजुएला में काफी लोगों का मानना है कि ये क्रिमिनल्स जिन्होंने हमेशा गरीबों की मदद की, उन्हें हर संकट से बचाएंगे. किसी भी परेशानी में पडऩे पर वे अपराधियों के मुख्य देवता सैंटोस मैनलेन्ड्रो के पास आकर प्रार्थना करते हैं और मन्नत मांगते हैं. मन्नत पूरी होने के बाद वे सैंटोस मैनलेन्ड्रो को शराब का चढ़ावा देते हैं, लेकिन ये बहुत कम मात्रा में ही शराब चढ़ाते हैं, क्योंकि इनका मानना है कि अधिक शराब चढ़ाने पर ये अपराधी देवता नशे में धुत्त हो जाएंगे. छोटे-मोटे अपराधी भी यहां आकर इनकी पूजा करते हैं और यह कसम खाते हैं कि वे गरीब और कमजोर लोगों को नहीं सताएंगे. वे सिर्फ अमीरों को ही अपना शिकार बनाएंगे और जहां तक संभव होगा, गरीब लोगों की मदद करेंगे.