नई दिल्ली. कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए रेलवे भी पूरी तरह तैयार दिख रहा है. रेलवे बोर्ड ने अपनी जोनल इकाइयों से कहा है कि रेलवे को कोरोना वायरस के मरीजों के उपचार के लिए ट्रेनों के 20,000 डिब्बों को पृथक (क्वारंटीन) वार्ड में तब्दील करने की जरूरत पड़ सकती है.
रेलवे बोर्ड ने सोमवार 20 मार्च को जोनल रेलवे के महाप्रबंधकों को एक पत्र में कहा है कि शुरुआत में 5,000 कोच को पृथक वार्ड में तब्दील करने की जरूरत होगी. इसके लिए उनसे तैयारियां करने को कहा है. इसमें कहा गया है कि कोविड-19 से तैयारी के मद्देनजर 25 मार्च को हुई बैठक में फैसला लिया गया था कि कुछ डिब्बों को क्वारंटीन-आइसोलेशन कोच में तब्दील किया जा सकता है. ये फैसला चिकित्सा विभाग की सलाह के बाद लिया गया था ताकि लोगों को क्वारंटीन सुविधा दी जा सके. इस मामले में सैन्य बल चिकित्सा सेवा से भी चर्चा हुई थी.
भारतीय रेलवे को करीब 20 हजार कोचों की जरूरत होगी, जिसमें शुरुआत में 5 हजार कोचों को क्वारंटीन वार्ड में तब्दील किया जाएगा. सिर्फ नॉन एसी कोचों को ही क्वारंटीन डिब्बों में बदला जाएगा.
बोर्ड ने कहा कि फैसले के पहले रेलवे ने सैन्य बल चिकित्सा सेवा, विभिन्न जोनल रेलवे के चिकित्सा विभागों के साथ विचार-विमर्श किया है. बोर्ड ने कहा है कि पांच जोनल रेलवे कोच सह पृथक वार्ड के लिए प्रारूप पहले ही तैयार कर चुके हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में सोमवार को कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 1,071 हो गयी जबकि 29 लोगों की मौत हो चुकी है.