नई दिल्ली. मुंबई के बाद अब दिल्ली में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ती दिख रही हैं. कश्मीरी गेट के पास यमुना नदी के किनारे हजारों की संख्या में मजदूर पहुंच गए हैं. हालांकि इन प्रवासी मजदूरों के जुटने के कारणों का पता नहीं लग पाया है. फिलहाल इन सभी को फल देकर शेल्टर होम्स में शिफ्ट कर दिया गया है, जो कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में बनाए गए हैं.
केजरीवाल ने कही ये बात
मजदूरों के जुटने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि यमुना घाट पर मजदूर इकट्ठा हुए. उनके लिए रहने और खाने की व्यवस्था कर दी गई है. उन्हें तुरंत शिफ्ट करने के आदेश दे दिए हैं. रहने और खाने की कोई कमी नहीं है. किसी को कोई भूखा या बेघर मिले तो हमें जरूर बताएं.
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने दिया ये भरोसा
इस मामले पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने कहा कि यमुना के किनारे कुदैसिया घाट में बहुत सारे मजदूर इकठ्ठा हुए थे, उन्हें अलग-अलग शेल्टर में भेज दिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली में बहुत सारे स्कूलों में नाइट शेल्टर्स बनाए गए हैं और अब पूरी दिल्ली में कहीं पर भी मजदूरों को इकठ्ठा नहीं होने दिया जाएगा. सिसौदिया के मुताबिक जैसे ही कुदैसिया घाट पर असेंबली होनी शुरू हुई उन्हें शेल्टर्स में भेजा दिया गया. ये नाइट शेल्टर्स में रहने वाले लोग थे, आसपास के इलाकों में रहने वाले लोग थे. अब सबको शेल्टर्स में भेज दिया गया है.
मजदूरों ने लगाया ये आरोप
इस मामले पर पुलिस का कहना है कि इनमें से एक भी प्रवासी मजदूर नहीं है ये तमाम लोग हनुमान मंदिर के आस पास पिछले कई सालों से रह रहे हैं, जो निगम बोध घाट के पास बने शेल्टर होम में रुके हुए थे. लेकिन अभी 3 दिन पहले उस शेल्टर होम में आग लग गयी थी, जिससे ये सभी यमुना पुस्ते पर रहने लगे. हालांकि इन लोगों का कहना है कि ये सब मजदूर हैं और दिन भर मेहनत मजदूरी करके पेट पालते थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से सब काम बंद हो गए. पुरानी दिल्ली के एक रिक्शा चालक ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से कमाई बन्द हो गयी है. उसने बताया कि रविवार से बुधवार की दोपहर तक उन्हें भोजन सिर्फ एक समय मिला. सुबह के समय लंगर चलता है उसी में खाना खाते हैं और फिर उसके बाद कुछ नहीं.
दिल्ली में अब तक 30 लोगों की मौत
दिल्ली में पिछले एक महीने में 30 लोगों ने कोरोना संक्रमण के चलते दम तोड़ दिया है, लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि 50 प्रतिशत मौतें पिछले चार दिनों में हुई हैं. दिल्ली में मंगलवार रात तक 1561 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं. अब दिल्ली कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या को देखते हुए देश में दूसरे नंबर पर है. पहले नंबर पर 2684 मामलों के साथ महाराष्ट्र है.
देश में अब तक 377 लोगों की मौत, संक्रमितों की संख्या 11439 पर पहुंची
गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बुधवार को 377 हो गई जबकि इससे संक्रमित लोगों की कुल संख्या 11,439 है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि संक्रमितों में कम से कम 1,305 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 9,756 लोगों का अब भी इलाज जारी है. इनमें से 76 विदेशी नागरिक हैं.
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में जान गंवाने वाले 377 लोगों में से सबसे अधिक 178 महाराष्ट्र के हैं. इसके बाद मध्य प्रदेश में 50, दिल्ली में 30, गुजरात में 28 और तेलंगाना में 17 लोगों की मौत हुई है. पंजाब और तमिलनाडु में अब तक 12-12 लोगों की, कर्नाटक में 10, आंध्र प्रदेश में नौ, पश्चिम बंगाल में सात ,उत्तर प्रदेश में पांच, जम्मू-कश्मीर में चार, हरियाणा एवं राजस्थान में तीन-तीन और झारखंड में दो लोगों की मौत हुई है.