नई दिल्ली – देश में कोरोना की मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बुधबार सुबह जारी किये गए स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक देश मे कोरोना पीड़ित लोगों की संख्या 11,439 पहुंच गयी है। इसमें 9756 अभी भी कोरोना पॉजिटिव हैं, जबकि1305 को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बुधबार सुबह तक मरने वालों की संख्या 377 हो गयी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बुधवार सुबह तक आंध्र प्रदेश में 483 मामले सामने आए हैं। जिनमें 16 लोगो को उपचार के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है । यहां 9 लोगों की मौत हुई है। अंडमान में 11 मामले सामने आए हैं। 10 को डिस्चार्ज किया जा चुका है । अरुणाचल में सिर्फ एक मामला सामने आया है। असम में अब तक 32 मामले सामने आने की जानकारी मिली है। इनमें से एक की मौत हुई है।
वहीं देश के 718 जिलों में से 400 जिले ऐसे हैं जहां कोरोना वायरस का नामोनिशान नहीं है। इस बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने कहा कि सरकार उन-उन जिलों का सटीक पता लगाने में कामयाब रही है जहां कोरोना वायरस का संक्रमण पहुंच चुका है। सरकार इन 400 जिलों को कोरोना वायरस से मुक्त रखने की दिशा में जीतोड़ प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि कोरोना संकट के मद्देनजर खासकर भारत के लिए अगले 2-3 हफ्ते बहुत महत्वपूर्ण हैं।
विस्तार में सूचना देते हुए उन्होंने कहा कि भारत उन देशों में शामिल है
जिन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण की खबरें आते ही झटपट कदम उठाने शुरू
कर दिए। चीन में पहला संक्रमित व्यक्ति 7 जनवरी को मिला था। हमने अगले ही
दिन 8 जनवरी से एक्सपर्ट ग्रुप की मीटिंग बुला ली थी। 17 जनवरी को केंद्र
सरकार ने हेल्थ अडवाइजरी भी जारी कर दी थी। हर्ष वर्धन ने कहा कि बिहार में
समस्या अभी काबू से बाहर नहीं हुई है, लेकिन महाराष्ट्र में निश्चित रूप
से स्थिति थोड़ी गंभीर हुई है, खासकर मुंबई में। इसी तरह कर्नाटक में भी
हालात बिगड़े हैं। हालांकि, हमें तीनों राज्यों के सचिवों का आत्मविश्वास
देखकर बहुत अच्छा लगा। महाराष्ट्र के सचिव ने तो बहुत विश्वास के साथ कहा,
‘हम इसका ध्यान रखेंगे।’