नई दिल्ली – दुनियाभर में हाहाकार मचाने वाले कोरोना वायरस के बारे में ऐसे कयास लगाए गए थे कि ये चमगादड़ों से इंसानों में पहुंचा है। अब इस बात की पुष्टि भी हो गई है। इस बात का खुलासा भारतीय वैज्ञानिकों ने किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि देश के 10 में से 5 राज्यों के चमगादड़ों में कोरोना वायरस पाया गया है। वैज्ञानिकों ने इसके लिए चमगादड़ों की दो प्रजातियों पर अध्ययन किया है। उसके बाद इस बात का खुलासा हुआ कि कोरोना वायरस चमगादड़ों से ही फैला है। हालांकि वह दुनिया में अभी फैला नोबल कोरोना वायरस नहीं है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) का कहना है, पुणे की नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ वॉयरोलॉजी (एनआईवी) लैब में 3 साल से चमगादड़ों पर अध्ययन चल रहा था। इसी बीच, वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस को लेकर भी चमगादड़ों के नमूनों की जांच शुरू की।
इनमें से दो की आंत और गुर्दा भी संक्रमित मिले। कुछ ही समय पहले केरल में निपाह वायरस भी चमगादड़ों से आया था। इसीलिए नए संक्रमण का पता लगाने के लिए उन राज्यों में लगातार सर्विलांस जरूरी है, जहां चमगादड़ ज्यादा पाए जाते हैं।
चमगादड़ों की एक प्रजाति के लिए केरल, चंडीगढ़, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, गुजरात, ओडिशा, पुड्डुचेरी, तमिलनाडु और तेलंगाना से 508 नमूने लिए गए। दूसरी प्रजाति के 78 चमगादड़ों के नमूने केरल, कर्नाटक, चंडीगढ़, गुजरात, ओडिशा, पंजाब और तेलंगाना से लिए गए। इस दौरान 12 की मौत हो गई थी।
वैज्ञानिक डॉ. आर बाला सुब्रह्मण्यम का कहना है कि केरल के चमगादड़ों को अध्ययन में शामिल किया गया था। पुणे में इनकी टेस्टिंग के बाद कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। कुछ समय पहले निपाह वायरस भी चमगादड़ों से ही आया था।
पुणे स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वॉयरोलॉजी की निदेशक डॉ. प्रिया अब्राहम के अनुसार हमारे अध्ययन में शामिल चमगादड़ों में से कुछ में कोरोना वायरस मिला है। हालांकि यह इंसानों तक कैसे पहुंचा? इस पर फिलहाल एक विस्तृत अध्ययन की आवश्यकता है।