जकार्ता। यहां इंडोनेशिया में चल रहे एशियन गेम्स में आज का दिन भी भारत के लिए कुल मिलाकर अच्छा ही रहा। आज भारत को जहां पहलवानी में देश की बेटी ने स्वर्णिम दांव लगाया। वहीं निशानेबाजी में भी भारतीय निशानेबाज लक्ष्य ने मेंस ट्रैंप इवेंट में चांदी की चमक बिखेरी। बाकी अभी औरों से पदक की उम्मीदें बरकरार हैं।
गौरतलब है कि भारत को एक और गोल्ड मिला है। 50 किलो वर्ग कुश्ती में भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने यह कारनामा कर दिखाया। विनेश ने सेमीफाइनल मुकाबले में महज 75 सेकंड में जीत दर्ज की थी।। कोरिया की पहलवान को एक तरफा मुकाबले में 11-0 से मात देकर उन्होंने सेमीफाइनल में प्रवेश किया था।
वहीं शनिवार को चीन की सुन यानान को 8-2 से हराकर विनेश ने क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था। साल 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड और एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल हासिल करने वाली विनेश, बबीता कुमारी और गीता की बहन हैं। विनेश के ताऊ महावीर सिंह मशहूर पहलवान थे।
वहीं 57 किलो वर्ग में पूजा ढांडा क्वार्टरफाइनल में पहुंच गई हैं। पूजा ने उज्बेकिस्तान की पहलवान नाबेरिया एस्नाबावे को 12-1 से हराया। कुश्ती में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकीं हिसार की बेटी पूजा ढांडा ने कॉमनवेल्थ में 57 किलोग्राम भारवर्ग में सिल्वर मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है।
इसी प्रकार भारतीय निशानेबाज लक्ष्य ने मेंस ट्रैंप इवेंट में सिल्वर पदक हासिल किया। लक्ष्य ने कुल 50 शॉट्स में 43 सटीक निशाने लगाए। इस स्पर्धा की स्वर्ण चीनी ताइपे के कुंपी यांग ने जीता। उन्होंने 48 का स्कोर किया। कांस्य पदक दक्षिण कोरिया के अहन डाएमयोंग के नाम रहा, जिन्होंने 30 का स्कोर किया।
निशानेबाजी में मानवजीत संधू भी पदक की रेस में थे लेकिन अंतिम समय में खराब प्रदर्शन के कारण वह बाहर हो गए। लेकिन लक्ष्य ने अंत तक हार नहीं मानी और रजत पदक हासिल किया। निशानेबाजी में यह भारत का तीसरा पदक है। दीपक कुमार ने 10 मीटर एयर रायफल में सिल्वर हासिल किया था, वहीं इससे पहले अपूर्वी चंदेला और रवि की जोड़ी को कांस्य पदक मिला था।